Monday, November 4, 2024

नवग्रह ध्यान मंत्र Navgrah Dhyan

 नवग्रह ध्यान मंत्र  Navgrah Dhyan


नवग्रह ध्यान मंत्र 

ॐ सूर्याय नमः 

प्रत्यक्ष देवं विशदं सहस्त्र मरीचिभिः शोभितभूमिदेशम् |

सप्ताश्वगं सद्ध्वजहस्तमाद्यं देवं भजेऽहं मिहिरं हृदब्जे || 


ॐ सोमाय नमः 

ॐ शङ्खप्रभमेणप्रियं शशांक मीशानमौलिस्थित मीडयवृत्तम् |

तमीपतिं नीरजयुग्महस्तं ध्याये हृदब्जे शशिनं ग्रहेशम् || 


ॐ भौमाय नमः 

प्रतप्तगांगेयनिभिं  ग्रहेशं सिंहासनस्थं कमलासिहस्तम् |

सुरासुरैः पूजितपादपद्मं भौमं दयालुं हृदये स्मरामि || 


ॐ बुधाय नमः 

सोमात्मजं हंसगतं द्विबाहुं शंखेन्दुरूपं ह्यासिपाशहस्तम् |

दयानिधिं भूषणभूषिताङ्गं बुधं स्मरे मानसपङ्कजेऽहम् || 


ॐ गुरवे नमः 

ॐ तेजोमयं शक्ति त्रिशूलहस्तं सुरेन्द्रज्येष्ठैः स्तुतपादपद्मम् |

मेधानिधिं हस्तिगतं द्विबाहुं गुरुं स्मरे  मानसपङ्कजेऽहम् || 


ॐ शुक्राय नमः 

संतप्तकाञ्चननिभं द्विभुजं दयालुं पीताम्बरं धृतसरोरुहद्वन्दशूलम् |

कौंचासनं ह्यसुरसेवितपादपद्मं शुक्रं स्मरे द्विनयनं ह्रदि पङ्कजेहम् || 


ॐ शनैश्चराय नमः 

ॐ नीलांजनाभं मिहिरेष्टपुत्रं ग्रहेश्वरं पाशभुजङ्गपाणिम् |

सुरासुराणां भयदं द्विबाहुं शनिं स्मरे मानसपङ्कजेऽहम् || 


ॐ राहवे नमः 

ॐ शीतांशुमीत्रान्तक मीडयरूपं घोरं च वैडूर्यनिभं विबाहुम् |

त्रैलोक्यरक्षापरमिष्टदं च राहुं ग्रहेन्द्रं हृदये स्मरामि || 


ॐ केतवे नमः 

ॐ लाङ्गलयुक्तं भयदं जनानां कृष्णाम्बुभृत्सन्निभमेकवीरम् | 

कृष्णाम्बरं शक्ति त्रिशूलहस्तं केतुं भजे मानसपङ्कजेऽहम् || 

|| ॐ नवग्रहाय नमः || 

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विशेष सुचना

( जो भी मंत्र तंत्र टोटका इत्यादि ब्लॉग में दिए गए है वे केवल सूचनार्थ ही है, अगर साधना करनी है तो वो पूर्ण जानकार गुरु के निर्देशन में ही करने से लाभदायक होंगे, किसी भी नुक्सान हानि के लिए प्रकाशक व लेखक जिम्मेदार नहीं होगा। )