Friday, November 22, 2024

पीलिया वायु झड़ने का मंत्र

 पीलिया वायु झड़ने का मंत्र 

ओम आदेश गुरु तेरा नाम धरती रानी को आदेश पवन पानी को आदेश नवनाथ चौरासी सिद्ध को आदेश 

व्याधिये तू कहां बसे मस्तक बसे मस्तक तो राजा भाग बसे मस्तक ते झाड़ू उतारू व्याधिये तू कहां बसे नैन बसे नैन तो नैन कुडिया राजा बसे नैन ते झाड़ू उतारू व्याधिये काहा बसे होंठ दांत बसे होंठ दांत तो राजा धौल बसे होंठ दांत ते झाड़ू उतारू व्याधिये तू कहां बसे जिभ्या बसे जिभ्या तो माता सरस्वती बसे जिभ्या ते झाड़ू उतारू व्याधिये तू कहां बसे कंठ बसे कंठ तो कंठ राजा बसे कंठ ते झाड़ू उतारू व्याधिये तू कहां बसे मगर बसे मगर तो प्यालिया राजा बसे मगर ते झाड़ू उतारू व्याधिये तू कहां बसे हाथ बसे हाथ तो राजा धर्म बसे हाथ ते झाड़ू उतारू व्याधिये तू कहां बसे कालजे बसे कालजे तो कालका देवी बसे कालजे ते झाड़ू उतारू व्याधिये तू कहां बसे नाभी बसे नाभी तो नाभ कुडलीया राजा बसे नाभी ते झाड़ू उतारू व्याधिये तू कहां बसे जंघा बसे जंघा ते राजा मछंदर नाथ बसे जंघा ते झाड़ू उतारू व्याधिये तू कहां बसे घुटने बसे घुटने तो राजा भीम सिंह की चक्की बसे घुटने ते झाड़ू उतारू व्याधिये तू कहां बसे पिंडली बसे पिंडली तो कुड़िया राजा बसे पिंडली ते झाड़ू उतारू व्याधिये तू कहां बसे पैर बसे पैर तो राजा रामचन्द्र के चक्र बसे पैर ते झाड़ू उतारू व्याधिये तू उतर के झटके जारे व्याधिये सातवें पताल छछडे भोमे मन्त्रे डोमे हिंगजा खलायजा बादलजा पन्टायजा मेरी भगत गुरु की शक्त इस मंत्र पर माहादेव की भाषा फुरे व्याधिये तू कहां से उगमी हिंगे हंगासे लाड्वे खाडूवे चिड़ी माछली अस्कुलू पटाडे शैखाटे शैमिठे शैभुर्जणे शैबातले तेरी याद जानू तेरी मनयाद जानू सर्व कुल हूं जानू जाहां ते आई ताहा जानू मण्डी सकेत ते आई बॉस ते बूट ते चौदेह घडीये तीखे नक्षत्रे मुगंलेबारे छड़ी आवसी सार के चने चबावसी दडबड बांस मगावसी हक मार के भैरव हनुमंत बीर कौन-कौन व्याध दावदी धूपदी गूगली ननावी बिछा रताजली हिन्दू मस्लमानी अष्टोत्तर उतर के झटके जारे व्याधिये सातवें पताल छछडे भोमे मन्त्रे डोमे हिंगजा खलायजा बादलजा पन्टायजा मेरी भगत गुरु की शक्त इस मंत्र पर माहादेव की भाषा फुरे जारे व्याधिये समुद्र के पार एक लोहे की पिंजरी वहीं जा के सिजंरी ऊं फट फू स्वाहा। 


कांसे की थाली में तेल डाल दे और पीलिया ग्रस्त रोगी को उस थाली में अपनी परछाई देखें और 7 अंगुल दुर्वा घास की डाली से मंत्र जाप करते हुए तेल को घुमाते रहे 3 से 5 बार मंत्र का जाप करें पीलिया उतर जाएगा झाड़ा करने के बाद उस तेल को झाड़ियों के बीच फेंक दें ताकि कोई लांग ना पाए 

धन्यवाद यह मंत्र शाबर मंत्र है यदि मंत्र में कोई त्रुटि रह जाती है तो भी मंत्र काम करेगा क्योंकि भगवान शिव ने शाबर की रचना अनाड़ी और ज्ञानियों के लिए ही की थी जो व्यक्ति शास्त्र का ज्ञान नहीं रखता यह मंत्र उन लोगों के लिए समर्पित है कृपया मंत्र को शेयर जरूर करें धन्यवाद

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विशेष सुचना

( जो भी मंत्र तंत्र टोटका इत्यादि ब्लॉग में दिए गए है वे केवल सूचनार्थ ही है, अगर साधना करनी है तो वो पूर्ण जानकार गुरु के निर्देशन में ही करने से लाभदायक होंगे, किसी भी नुक्सान हानि के लिए प्रकाशक व लेखक जिम्मेदार नहीं होगा। )