गोरक्षनाथ का शाबर मंत्र स्वप्न में मार्ग दर्शन के लिए
किसी भी मंत्र को सिद्ध करने से पहले तीन दिन हवा में मध्यमा ऊँगली से लिखे 108 बार
फिर निचे दिए गुरु सर्वार्थ साधना शाबर मंत्र का जप 1 माला करें
तब जिस मंतर कि साधना करनी है उसे करे सफलता मिलेगी
गुरु सर्वार्थ साधना शाबर मंत्र
गुरु सठ गुरु सठ गुरु हैं वीर
गुरु साहब सुमरौ बड़ी भांत
सिङ्गि टोरों मन कहौं
मन नाऊ करतार
सकल गुरु की हर भजे
घट-घट्टा पाकर उठ जाग
चेत सम्हार श्री परम हंस कि
दिपावली की रात को 10 बजे निचे दिए यह मंत्र एक हजार जप कर कर सिद्ध करे
गोरक्षनाथ का शाबर मंत्र स्वप्न में मार्ग दर्शन मिलता है
गोरक्षनाथ का शाबर मंत्र
ऊँ निरंजन जट स्वाहा तरंग ह्रांम् ह्रींम् स्वाहा
तंत्रोक्त भी बोल सकते हैं अंग मंत्र लगाएं म कि जगह
ॐ निरंजन जट स्वाहा तरंग ह्रां ह्रीं स्वाहा
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