64 yogini 52 bhairav shabar mantar
घर और शरीर की रक्षा का शक्तिशाली शाबर मंत्र
प्रिय दोस्तों कभी-कभी हम विकट संकट से गिर जाते हैं कभी कोई भूत - प्रेत अथवा जिन का साया दिखाई दे या परेशान करें या किसी शत्रु ने आप पर कुछ कराया है | जैसे कि मारण मंत्र प्रयोग मूँठ, चौकी आदि का प्रयोग कर दिया है | ऐसे में जिस व्यक्ति पर प्रयोग किया गया है उस का बचपना असंभव होता है | अतः उस मंत्र की काट ही उस व्यक्ति को बचा सकती है यह मंत्र एक बहुत ही शक्तिशाली शाबर मंत्र है |
मंत्र
ॐ सत्यनाम आदेश गुरु को, आदेश पावन पानी का
नाँद अनाहद दुन्दुभी बाजे, जहाँ बैठी जोगमाया साजे
चौंसठ योगिनी बावन वीर, बालक की हरे सब पीर
आगे जात शीतला जानिये, बंध बंध वारे जाये मसान
भूत बंध - प्रेत बंध, छल बंध - छिद्र बंध
सबको मारकर भस्मन्त, सत्यनाम आदेश गुरु को
इस मंत्र की जितनी भी प्रशंसा की जाए उतनी ही कम है इस मंत्र में अपारशक्ति है | सामान्य जीवन में व्यक्ति को रोग, दोष, भूत, प्रेत, नजर, टोना -टोटका, दुष्प्रभाव, ग्रह दोष अथवा किसी संबंधी, शत्रु या पड़ोसी द्वारा मारण - कृत्य या रोजगार - बंदी का टोटका करा देना हाथी जैसी बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ता है| यह शाबर मंत्र का प्रयोग ऐसी समस्याओं के निवारण के लिए किया जाता है | यह साबर मंत्र शत्रु द्वारा द्वारा कराए गए मारण - कृत्य के प्रभाव को भी नष्ट कर देता है और साधक की पूर्णतया सुरक्षा करता है|
साधन विधि
जिस समय सूर्य या चंद्र ग्रहण पढ़ रहा हो, इस मंत्र को 108 बार जप और लोबान की 21 आहुतियां देकर, हवन प्रक्रिया कर, मंत्र को सिद्ध कर ले| केवल इतना करने से यह मंत्र सिद्ध हो जाता है | और आवश्यकता पड़ने पर, मंत्र जप करते हुए 11 बार झाड़ा दें | व्यक्ति समस्त प्रकार की बल्ला बल्ला और व्याधियों से सुरक्षित हो जाता है|
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