Saturday, November 2, 2024

दुर्गा बत्तीस नाम | दुर्गा के चमत्कारिक बत्तीस नाम | दुर्गा द्वात्रिंश नाममाला स्तोत्रम | Durga 32 Naam |

 दुर्गा बत्तीस नाम | दुर्गा के चमत्कारिक बत्तीस नाम | दुर्गा द्वात्रिंश नाममाला स्तोत्रम | Durga 32 Naam |


माँ दुर्गा के चमत्कारिक बत्तीस नाम माला

माँ दुर्गा ने स्वयं यह चमत्कारिक नामो को ब्रह्मादि देवो के सामने प्रकट किये थे जो बहुत ही चमत्कारिक नाम है |

माँ दुर्गा ने कहा,

दुर्गा बत्तीस नामो के पाठ से सभी मनुष्यगण की सभी मनोकामना पूर्ण हो जाती है | में स्वयं उन मनुष्यो पर प्रसन्न रहती हु उनकी सभी कामना और संकल्पो को सिद्ध कर देती हु |



कुछ प्रयोग

माँ दुर्गा ने कहा

हे देवगण महाविपत्तिओ में से मुक्ति होने के लिये मनुष्यो को इन बत्तीस नामो का १० हजार बार पाठ करना चाहिए |

यह अनुष्ठान करने से मनुष्य तत्काल सभी संकटो में से मुक्त हो जाते है |


दुर्गा के चमत्कारिक बत्तीस नाम | दुर्गा द्वात्रिंश नाममाला स्तोत्रम | Durga 32 Naam |

श्री दुर्गाबत्तीस नाम


माँ दुर्गा ने जो स्तोत्र बताया वो है "दुर्गा द्वात्रिंशनाम माला"


ॐ दुर्गा दुर्गार्ति शमनी दुर्गापद्विनिवारिणी |

दुर्गमच्छेदिनी दुर्ग साधिनी दुर्गनाशिनी ||


दुर्गतोद्धारिणी दुर्गनिहन्त्री दुर्गमापहा |

दुर्गमज्ञानदा दुर्गदैत्यलोकदवानला ||


दुर्गमा दुर्गमालोका दुर्गमात्मस्वरूपिणी |

दुर्गमार्गप्रदा दुर्गमविद्या दुर्गमाश्रिता ||


दुर्गम ज्ञानसंस्थाना दुर्गमध्यान भासिनी |

दुर्गमोहा दुर्गमगा दुर्गमार्थ स्वरूपिणी ||


दुर्गमासुरसंहन्त्री दुर्गमायुधधारिणी |

दुर्गमाङ्गी दुर्गमता दुर्गम्या दुर्गमेश्वरी ||


दुर्गभीमा दुर्गभामा दुर्गभा दुर्गदारिणी |

नामावलिमीमां यस्तु दुर्गाया मम मानवः ||


पठेत सर्वभयान्मुक्तो भविष्यति न संशयः |


|| श्री दुर्गार्पणं अस्तु ||


दुर्गा बत्तीस नामावली

१ - दुर्गा

२ - दुर्गार्तिशमनी

३ - दुर्गा पद्विनिवारिणी

४ - दुर्गमच्छेदिनी

५ - दुर्गसाधिनी

६ - दुर्गनाशिनी

७ - दुर्गतोद्धारिणी

८ - दुर्गनिहन्त्री

९ - दुर्गमापहा

१० - दुर्गमज्ञानदा

११ - दुर्गदैत्यलोकदवानला

१२ - दुर्गमा

१३ - दुर्गमालोका

१४ - दुर्गमात्मस्वरूपिणी

१५ - दुर्गमार्गप्रदा

१६ -दुर्गमविद्या

१७ - दुर्गमाश्रिता

१८ - दुर्गमज्ञानसंस्थाना

१९ - दुर्गमध्यानभासिनी

२० - दुर्गमोहा

२१ - दुर्गमगा

२२ - दुर्गमार्थस्वरूपिणी

२३ - दुर्गमासुरसंहन्त्री

२४ - दुर्गमायुधधारिणी

२५ - दुर्गमाङ्गी

२६ - दुर्गमता

२७ - दुर्गम्या

२८ - दुर्गमेश्वरी

२९ - दुर्गभीमा

३० - दुर्गभामा

३१ - दुर्गभा

३२ - दुर्गदारिणी


|| श्री दुर्गार्पणं अस्तु ||


इन बत्तीस नामो की साधना जो मां दुर्गा ने

विषम से विषम विपत्तिओं में से मुक्त होने के लिये एकहजार या दशहजार पाठ का अनुष्ठान करने चाहिये | तत्काल सभी संकटो से मुक्त हो जाएंगे |

इन्ही नामो के द्वारा मां दुर्गा को लालकनेर के पुष्प अर्पण करने से सर्वविध वास्तु की प्राप्ति होगी |

इन्ही नामो के द्वारा कोई भी मनुष्य अगर घी-तिल(सफ़ेद)-जौ से १०० बार यज्ञ करे तो मनुष्य के सर्व कार्य सिद्ध हो जाएंगे |

जो मनुष्य प्रतिदिन इस नामो का ३२० पाठ करता है उनको जीवन में सभी वस्तुओकी प्राप्ति हो जाएंगी |

अगर इन नामो को स्वयं करने में असमर्थ हो तो किसी विद्वान् ब्राह्मण के द्वारा अपने लिये अनुष्ठान करवा सकते है |

इस स्तोत्र के अगर ३२०० पाठ किये जाए तो मनुष्य सबकुछ प्राप्त कर लेता है |

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विशेष सुचना

( जो भी मंत्र तंत्र टोटका इत्यादि ब्लॉग में दिए गए है वे केवल सूचनार्थ ही है, अगर साधना करनी है तो वो पूर्ण जानकार गुरु के निर्देशन में ही करने से लाभदायक होंगे, किसी भी नुक्सान हानि के लिए प्रकाशक व लेखक जिम्मेदार नहीं होगा। )