BUSINESS ACCORDING TO ASTROLOGY व्यवसाय निश्चय करने की विधि
जातक की जन्म
कुंडली विश्लेषण द्वारा जातक के व्यवसाय का
निश्चय करने के लिए हमें निम्नलिखित ज्योतिषीय सूत्रों का विश्लेषण करना अति आवश्यक होता है। तत्पश्चात जातक
के व्यवसाय का निर्णय करना चाहिए। अतः आज हम उन विशिष्ट ज्योतिषीय सूत्रों का अवलोकन
करेंगे, जो जातक के व्यवसाय निर्धारण में अति महत्वपूर्ण होते हैं।
१, जातक के
व्यवसाय का निर्धारण करने से पहले हमें जातक की जन्म कडली में धन योग का अध्ययन करना
चाहिए। हमे जाना चाहिए कि जातक के जीवन में धन योग किस प्रकार का है? उत्तम, मध्यम,
निम्न, इसके लिए हमें जन्म कुंडली के द्वितीय भाव का गहनता से अध्ययन करना चाहिए।
२, तत्पश्चात
हमें देखना चाहिए कि जातक का व्यवसायिक ग्रह कोन सा है। फिर उस ग्रह के बलाबल का अध्ययन
करना चाहिए।
३, यदि जातक
की जन्मकुंडली में द्वितीय भाव से सप्तम भाव के मध्य ग्रहों की संख्या अधिक हो तो जातक
अपना निजी व्यवसाय करता है। और यदि सप्तम से द्वादश भाव के मध्य ग्रहों की संख्या अधिक
हो तो जातक दूसरों की नौकरी करता है। और यह नौकरी निजी अथवा राजकीय हो सकती है।
४, मुख्य रूप
से जातक के व्यवसाय का निर्धारण दशम भाव से किया जाता है। अतः दशम भाव व दशमेश का गंभीरता
से में अध्ययन करना चाहिए।
५, जातक के
व्यवसाय का निर्धारण करते समय हमें दशा अंतर्दशा का भी अध्ययन करना चाहिए कि कर्मेश की दशा अंतर्दशा कब जातक के जीवन में आ रही
है।
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