KALI SHABAR MANTRA काली शाबर मंत्र
अघोर संंप्रदाय इस मंंत्र के बल पर बडे बडे काम निकाल जाता है । यहाँ धन प्राप्ति व जरुरी काम निकालने की विधि ही दी जा रही है
मंत्र :
ऊँ काली बंंगाली गलश मंंथमा कंंथमा जागो जागो आपन काम साधौ साधौ शत्रु मारो मारो , ऋद्दि सिद्धि पखारो पखारो , तुम्हे माता महाकाली निरंंकारी की दुहाई है आदेश गुरू गोरख नाथ की आन । आदेश आदेश आदेश ।।
साधना सामग्री :
रुद्राक्ष की माला , लाल काला ऊनी आसन , पलाश ( ढाक ) की समिधा , कच्ची राल , पीली सरसो , लोबान , चार मुख का मिट्टी का दिया , लिंगतोभद्र मण्डल ( लिगंतोभद्र मण्डल का स्वरुप साथ मे दिया जा रहा है ) तिल का तेल ।।
सिद्ध करने की विधि :
होली या अन्य पर्व पर लिंंगतोभद्र मण्डल पर चार मुख का दिया तिल के तेल मे जलाकर दस माला जप व एक माला यज्ञ , पलाश की समिधा से कच्ची राल पीली सरसो और लोबान को मिलाकर करने से सिद्ध होता है । सिद्ध होने के पश्चात इक्कीस बार जप रोजाना करे ।।
प्रयोग विधि :
धन प्राप्ति के लिये रोजाना जप करे व विशेष कार्य सिद्धी के लिये लिगंंतोभद्र मण्डल पर तिल के तेल मे चार मुखा दीपक स्थापित कर दस माला जप व मध्य रात्रि को एक माला यज्ञ उपरोक्त सामग्री से करने से इच्छित कार्य बनते है ।।
सावधानी :
प्रयोग से पहले संकल्प ले , पलाश की समिधा सब जगह नही मिलती है । सभी क्रिया काली मंदिर से सम्पन्न करे ।।
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