Pitru Paksha Shraddha Dates for India 2021 [2077 - 2078] Vikrama Samvata पितृ पक्ष श्राद्ध के दिन भारत के लिए
September 2021
Purnima Shraddha (Bhadrapada, Shukla Purnima)
September 20, 2021, Monday
Pratipada Shraddha (Ashwina, Krishna Pratipada)
September 21, 2021, Tuesday
Dwitiya Shraddha (Ashwina, Krishna Dwitiya)
September 22, 2021, Wednesday
Tritiya Shraddha (Ashwina, Krishna Tritiya)
September 23, 2021, Thursday
Chaturthi Shraddha (Ashwina, Krishna Chaturthi) Maha Bharani (Ashwina, Bharani Nakshatra)
Panchami Shraddha (Ashwina, Krishna Panchami)
September 25, 2021, Saturday
Shashthi Shraddha (Ashwina, Krishna Shashthi)
September 26, 2021, Sunday
Saptami Shraddha (Ashwina, Krishna Saptami)
September 28, 2021, Tuesday
Ashtami Shraddha (Ashwina, Krishna Ashtami)
September 29, 2021, Wednesday
Navami Shraddha (Ashwina, Krishna Navami)
September 30, 2021, Thursday
October 2021
Dashami Shraddha (Ashwina, Krishna Dashami)
October 1, 2021, Friday
Ekadashi Shraddha (Ashwina, Krishna Ekadashi)
October 2, 2021, Saturday
Dwadashi Shraddha (Ashwina, Krishna Dwadashi) Magha Shraddha (Ashwina, Magha Nakshatra)
Trayodashi Shraddha (Ashwina, Krishna Trayodashi)
October 4, 2021, Monday
Chaturdashi Shraddha (Ashwina, Krishna Chaturdashi)
October 5, 2021, Tuesday
Sarva Pitru Amavasya (Ashwina, Krishna Amavasya)
October 6, 2021, Wednesday
Pitru Paksha is a 15 lunar days period when Hindus pay homage to their ancestors, especially through food offerings.
According to South Indian Amavasyant calendar it falls in the lunar month of Bhadrapada beginning with the full moon day or day after full moon day.
According to North Indian Purnimant calendar this period falls in the lunar month of Ashwin beginning with the full moon day in Bhadrapada or next day of full moon day.
It is just nomenclature of lunar months which differs and both North Indians and South Indians perform Shraddha ritual on similar days.
The last day of Pitru Paksha is known as Sarvapitri Amavasya or Mahalaya Amavasya. Mahalaya amavasya is the most significant day of Pitru Paksha.
2021 पितृ पक्ष श्राद्ध के दिन भारत के लिए [2077 - 2078] विक्रम सम्वत
सितम्बर 2021
पूर्णिमा श्राद्ध भाद्रपद, शुक्ल पूर्णिमा
सितम्बर 20, 2021, सोमवार
प्रतिपदा श्राद्ध (आश्विन, कृष्ण प्रतिपदा)
सितम्बर 21, 2021, मंगलवार
द्वितीया श्राद्ध (आश्विन, कृष्ण द्वितीया)
सितम्बर 22, 2021, बुधवार
तृतीया श्राद्ध (आश्विन, कृष्ण तृतीया)
सितम्बर 23, 2021, बृहस्पतिवार
चतुर्थी श्राद्ध (आश्विन, कृष्ण चतुर्थी) महा भरणी (आश्विन, भरणी नक्षत्र)
सितम्बर 24, 2021, शुक्रवार
पञ्चमी श्राद्ध (आश्विन, कृष्ण पञ्चमी)
सितम्बर 25, 2021, शनिवार
षष्ठी श्राद्ध (आश्विन, कृष्ण षष्ठी)
सितम्बर 26, 2021, रविवार
सप्तमी श्राद्ध (आश्विन, कृष्ण सप्तमी)
सितम्बर 28, 2021, मंगलवार
अष्टमी श्राद्ध (आश्विन, कृष्ण अष्टमी)
सितम्बर 29, 2021, बुधवार
नवमी श्राद्ध (आश्विन, कृष्ण नवमी)
सितम्बर 30, 2021, बृहस्पतिवार
अक्टूबर 2021
दशमी श्राद्ध (आश्विन, कृष्ण दशमी)
अक्टूबर 1, 2021, शुक्रवार
एकादशी श्राद्ध (आश्विन, कृष्ण एकादशी)
अक्टूबर 2, 2021, शनिवार
द्वादशी श्राद्ध (आश्विन, कृष्ण द्वादशी) मघा श्राद्ध (आश्विन, मघा नक्षत्र)
अक्टूबर 3, 2021, रविवार
त्रयोदशी श्राद्ध (आश्विन, कृष्ण त्रयोदशी)
अक्टूबर 4, 2021, सोमवार
चतुर्दशी श्राद्ध (आश्विन, कृष्ण चतुर्दशी)
अक्टूबर 5, 2021, मंगलवार
सर्वपित्रू अमावस्या (आश्विन, कृष्ण अमावस्या)
अक्टूबर 6, 2021, बुधवार
पितृ पक्ष पन्द्रह दिन की समयावधि होती है जिसमें हिन्दु जन अपने पूर्वजों को भोजन अर्पण कर उन्हें श्रधांजलि देते हैं।
दक्षिणी भारतीय अमान्त पञ्चाङ्ग के अनुसार पितृ पक्ष भाद्रपद के चन्द्र मास में पड़ता है और पूर्ण चन्द्रमा के दिन या पूर्ण चन्द्रमा के एक दिन बाद प्रारम्भ होता है।
उत्तरी भारतीय पूर्णिमान्त पञ्चाङ्ग के अनुसार पितृ पक्ष अश्विन के चन्द्र मास में पड़ता है और भाद्रपद में पूर्ण चन्द्रमा के दिन या पूर्ण चन्द्रमा के अगले दिन प्रारम्भ होता है।
यह चन्द्र मास की सिर्फ एक नामावली है जो इसे अलग-अलग करती हैं। उत्तरी और दक्षिणी भारतीय लोग श्राद्ध की विधि समान दिन ही करते हैं।
पितृ पक्ष का अन्तिम दिन सर्वपित्रू अमावस्या या महालय अमावस्या के नाम से जाना जाता है। पितृ पक्ष में महालय अमावस्या सबसे मुख्य दिन होता है।
No comments:
Post a Comment