Sunday, September 12, 2021

ANALYSIS ACCORDING TO JANAM RASHI जन्म राशि के अनुसार जातकों का विश्लेषण

ANALYSIS ACCORDING TO JANAM RASHI जन्म राशि के अनुसार जातकों का विश्लेषण

जातक के जन्म समय में चंद्रमा जिस राशि में विद्यमान होता है। वह राशि जातक की जन्म राशि कहलाती है। अतः आज की चर्चा में  हम जातक की जन्म राशि के अनुसार उसके सामान्य व्यक्तित्व के विषय में जानेंगे।

मेष-:  किसी भी जातक के जन्म समय यदि चंद्रमा मेष राशि में विद्यमान हो तो वह जातक की जन्म राशि कहलायेगी। और जिन जातकों का जन्म मेष राशि में होता है उनकी आंखें गोल वह आकर्षक होती है। ऐसे जातक स्वभाव से क्रोधी होते हैं। उनके घुटने कुछ कमजोर होते हैं। मेष राशि के जातक जल से डरने वाले होते हैं। ऐसे जातक घूमने फिरने के बहुत ही शौकीन होते हैं। इनके शरीर में वर्ण का चिन्ह पाया जाता है। साथ ही मेष राशि के जातक मिथ्याभाषी व चपल मुख्य रूप से होते हैं।

वृष -: वृष राशि के जातकों चेहरा और जांघे बड़ी होती है वृष राशि के जातकों के पीठ पर मस्सा का चिन्ह पाया जाता है। इनकी बागवानी कृषि कार्य या इनसे जुड़ी हुई व्यवसाय  में बहुत अधिक रूचि होते  है। वृष राशि के जातकों के जीवन को यदि तीन भागों में बांटा जाए तो उनके दो भाग जीवन में सुखद होते हैं और एक जीवन का भाग कस्टमय होता है। वृष राशि के जातक क्षमावान, त्यागी, परिश्रमी साथ ही सांसारिक भोगों के प्रति आसक्ति रखने वाले होते हैं।

मिथुन -: मिथुन राशि के जातक के बाल घुंघराले व नेत्र काले होते हैं। ऐसे जातक स्त्री विलास में अनुरक्त रहने वाले होते हैं। किंतु बुद्धिमान होते हैं तथा दूसरी व्यक्तियों के मन को पढ़ने वाले होते हैं। मिथुन लग्न के जातकों की नाक  विशेष होती है। और ये स्वभाव से घूमने फिरने के शौकीन नहीं होते हैं। इनको एकांत में रहना अधिक प्रिय होता है।

कर्क -: कर्क राशि के जातक मुख्य रूप से स्त्री के वशीभूत होते हैं। इनका गला कुछ विशेष मोटा देखा जाता है। कर्क राशि के जातकों के जीवन में मित्रों की संख्या अधिक होती है। इसी के साथ कर्क राशि के जातक अपने जीवन में कई सारे मकान का निर्माण भी करते हैं। इनकी कमर मोटी व कद कुछ छोटा होता है। इनमें किसी भी कार्य को करने की तीव्र इच्छा होती है।  इनके  जीवन में पुत्र की संख्या कम देखी जाती है।

सिंह -: सिंह राशि के जातक स्वाभिमानी हठीले धीर गंभीर अनुशासित व दूसरों को अपने अधीन रखने की प्रकृति वाली होते हैं। सिंह राशि के जातक अपनी माता के विशेष दुलारे होते हैं। सिंह राशि के जातक वन पर्वतों में भ्रमण के शौकीन होते हैं ऐसे जातक छोटी-छोटी बातों पर जिन पर क्रोध नहीं करना चाहिए उन बातों पर भी क्रोध करते हैं। इनकी आंखें पीली व नशीली होती है। इनकी ढोडी विशेष रूप से उभरु हुई होती है।

कन्या -: कन्या राशि के जातक मुख्य रूप से जिज्ञासु व शास्त्रों में अनुरक्त रहने वाले होते हैं। बड़े बुजुर्गों का सम्मान करना व छोटों से प्रेम करने की इनकी प्रकृति होती है। कन्या राशि के जातक सत्य बोलने वाले व अनुशासन का पालन करने वाले होते हैं। कन्या राशि के जातक स्वभाव से लज्जावान व शर्मीले स्वभाव के होते हैं। ऐसे जातक दूसरों के धन पर ऐसो आराम करते हैं।

तुला -: तुला राशि का जातक देवता व ब्राह्मणों का भक्त होता है। शरीर से चंचल व दुर्बल होता है। ऐसे जातक धैर्यवान व किसी भी कार्य को करने से पहले सोच समझ कर करते हैं। इस प्रकार से जिन जातकों की राशि तुला होती है। वे मुख्य रूप से सांसारिक भोगों के प्रति आसक्ति रखने वाले व सांसारिक भोगों को प्राप्त करने के लिए पर्याप्त मेहनत करने वाले होते हैं।

वृश्चिक -:   वृश्चिक राशि के जातकों की छाती व नेत्र विशाल होते है। जांघे और पिंडलियों गोल होती है हाथ पैरों में पदम रेखा बनी हुई होती है। ऐसे जातक बचपन में बीमार अधिक होते हैं और उनको अपने जीवन में पिता वह गुरू का पूर्ण सुख नहीं प्राप्त हो पाता है। वृश्चिक राशि के जातक उच्च पद को प्राप्त करने वाले होते हैं। किंतु इनकी कर्म निंदनीय होते हैं।

धनु -: धनु राशि के जातकों का नाक कान व गला बड़ा होता है धनु राशि के जातक क्रियाशील होते हैं। इनमें निठल्लापन नहीं देखा जाता है। ऐसे जातक सदैव कुछ न कुछ  कार्य करते रहते हैं। अतः जीवन में बहुत कुछ सफलताएं प्राप्त करते हैं। ऐसे जातक सभी के साथ सद व्यवहार करने वाले होते हैं। तथा स्वभाव से दूसरों की सहायता करने वाले व दीन दुखियों का हाथ बंटाने वाले होते हैं।

मकर -: मकर राशि के जातकों का कमर से नीचे का भाग कुछ कृश होता है। ऐसे जातकों की प्रकृति मुख्य रूप से  आलसी होती है। किंतु इनके अंदर आत्मविश्वास बहुत अधिक मात्रा में होता है। ऐसे जातक मन में जो चाहा कर लेते हैं उसे प्राप्त करके ही रहते हैं। मकर राशि के जातक में मुख्य रूप से वात रोग से अधिक पीड़ित होते हैं। इनमें विलासिता के प्रति आसक्ति कम होती है।

कुंभ -: कुंभ राशि के जातक है मानसिक पाप करने वाले होते हैं। ऐसे जातक अपने जीवन में दूसरों से अपना काम निकालते हैं। किंतु स्वयं दूसरों की कम सहायता करने वाले होते हैं। ऐसे जातक मिथयावादी होते हैं। इनकी भाषा में सत्यता की न्यूनता मुख्य रूप से होती है। इनका संपूर्ण जीवन में उतार-चढ़ाव से भरा हुआ होता है।

मीन -: मीन राशि के जातकों के सर्वांग  समान होते हैं। इनका व्यक्तित्व व शारीरिक सौंदर्य आकर्षक होता है। इनकी दृष्टि बहुत  आकर्षक व सुंदर होती है। मीन राशि के जातक जलीय वस्तुओं से बहुत अधिक धन अर्जन करने वाले होते हैं। इनमें बड़े बुजुर्गों के प्रति मान सम्मान की भावनाएं पर्याप्त मात्रा में होती है। अतः इनके ऊपर गुरु कृपा सदैव बनी रहती है।

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