GRAHON KE BEEJ MANTAR ग्रहों के बीज मंत्र
सूर्य - ऊं
घृणि: सूर्याय नमः
चन्द्र - ॐ
सोम सोमाय नमः
मंगल - ॐ अं
अंगारकाय नमः
बुध - ॐ बुं
बुधाय नमः
गुरु - ऊं बृं
बृहस्पतये नमः
शुक्र - ऊं
शुं शुक्राय नमः
शनि - ऊं शं
शनिश्चराय नमः
राहु - ऊं रां
राहवे नमः
केतु - ऊं कें
केतवे नमः
विशेष -:
किसी भी रत्न
को धारण करने से पहले अपनी जन्म कुंडली का विश्लेषण अवश्य करवाएं तत्पश्चात ही जन्म
कुंडली में ग्रहों की स्थिति के अनुसार ही योगकारक ग्रह का रत्न धारण करें। अन्यथा
रत्न का उल्टा प्रभाव भी हमारे ऊपर पड़ सकता है। अतः जन्म कुंडली विश्लेषण के पश्चात
ही रतन धारण करें।
Note -:
जन्म कुंडली
का सटीक विश्लेषण, व मानिक ,मोती, मूंगा, पन्ना ,पुखराज ,जरकन ,नीलम ,गोमेद ,लसूडिया
आदि रत्न उचित मूल्य में प्राप्त कर सकते हैं। प्रत्येक रत्न का लैब सर्टिफिकेट साथ
में दिया जाता है।
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