Monday, September 13, 2021

VIVIDH KARY SADHAK AMBIKA MANTAR विविध कार्य-साधक अम्बिका मन्त्र

VIVIDH KARY SADHAK AMBIKA MANTAR विविध कार्य-साधक अम्बिका मन्त्र



मन्त्रः

“ॐ आठ-भुजी अम्बिका, एक नाम ओङ्कार ।

खट्-दर्शन त्रिभुवन में, पाँच पण्डवा सात दीप ।

चार खूँट नौ खण्ड में, चन्दा-सूरज दो प्रमाण ।

हाथ जोड़ बिनती करूँ, मम करो कल्याण ।।”



विधि – नित्य १०८ जप करके जो भी प्रार्थना की जाएगी, पूरी होगी । सिद्ध मन्त्र है । अलग से सिद्ध करना आवश्यक नहीं है । नित्य कुछ जप पर्याप्त है । कुछ प्रयोग निम्न-लिखित हैं –


चुटकी में राख लेकर ३ बार अभिमन्त्रित करके मारने से –


(१) लगी आग बुझ जाएगी ।


(२) भूत – प्रेतादि दूर होंगे ।

(३) बुखार उतर जाएगा ।

(४) नजर आदि दूर होगी ।

(५) शत्रु-नाशार्थ- १ नारियल, २ नीबू, १। पाव गुड़, १ पैसा भर सिन्दूर अगर-बत्ती और नींबू बँध सके, इतना लाल कपड़ा । शनिवार की रात में कण्डे की आग जलाकर पूर्वाभिमुख बैठकर कण्डे की राख १ चुटकी लेकर उस पर १ बार मन्त्र पढ़कर शत्रु की दिशा में फेंके । ऐसा, तीन बार करे । फिर कहें कि ‘मेरे अमुक शत्रु का नाश करो ।’ और १ नींबू काटकर आग पर निचोड़े । फिर शेष बचा नींबू और सिन्दूर कपड़े में लपेट कर रात भर अपने सिरहाने रखें और सबेरे पहर ३-४ बजे उसे शत्रु के घर में फेंक दे या किसी से फिंकवा दें । नारियल, अगर-बत्ती और गुड़ किसी देवी-मन्दिर में चढ़़ा दें । प्रसाद स्वयं न खाए । शत्रु का नाश होगा ।

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विशेष सुचना

( जो भी मंत्र तंत्र टोटका इत्यादि ब्लॉग में दिए गए है वे केवल सूचनार्थ ही है, अगर साधना करनी है तो वो पूर्ण जानकार गुरु के निर्देशन में ही करने से लाभदायक होंगे, किसी भी नुक्सान हानि के लिए प्रकाशक व लेखक जिम्मेदार नहीं होगा। )