SANKAT SE MUKTI सङ्कट-मुक्ति के लिए
यदि कोई भयंकर आपत्ति आई हो; अपनी तरफ से सभी प्रकार के प्रयत्न निष्फल हो चुके हों; आपत्ति से छुटकारा न मिल रहा हो– ऐसी स्थिति में निम्न साधना लगातार ८ दिन नित्य निश्चित समय पर करें-
बाह्म मुहूर्त पर स्नान करके, गीले कपड़े पहने ही अपने इष्ट नाथ का ‘नाम-मन्त्र’ १०८ बार खड़े – खड़े ही जपे । जैसे –
(१) ॐ चैतन्य-गोरक्षनाथाय नमः,
(२) ॐ चैतन्य-कानिफ-नाथाय नम:,
(३) ॐ चैतन्य-मच्छिन्द्रनाथाय नमः ………… आदि ।
८ दिन एक – भुक्त रहे, कान्दा ( प्याज ), लहसुन आदि तामस आहार न करें । ८ ही दिनों में सङ्कट – मुक्ति की राह दिखती है, या अचानक रूप से कुछ-न-कुछ होकर सङ्कट सौम्य होने लगता है- दूर होता जाता है ।
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