Thursday, August 12, 2021

RAHU राहू

 RAHU राहू

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लग्न, नवम या  एकादश में बैठा राहू जातक को  शिक्षा संबंधित परेशनी जरूर देता है जैसे बार-बार स्कूल-कॉलेज बदलना या निम्न दर्जे की शिक्षण योग्यता जैसे 10वी फैल या इससे भी कम शिक्षा पर जातक के IQ में इतना  टैलेंट भर देता है कि जातक पैसा कमाने में पढ़े-लिखे लोगो को पीछे छोड़ देता है

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तीसरे भाव में राहू हो और पंचमेश बली हो तो जातक/जातिका की  Handwriting देखकर "स्कूल के प्रिंसिपल भी जातक को सलाम ठोकते है

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नवम भाव में राहू हो और तृतीयेश कमजोर/पीड़ित हो तो जातक की Handwriting बहुत खराब होती है और जातक को Notebook में "Improve Your Handwriting" जैसे शर्मनाक Remarks का सामना करना पड़ता है 

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कोई भी लग्न हो, एकादश में राहू हो तो नीले रंग के कपड़े जातक को पैसो के व्यवहार में फायदा ही देगे 

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राहू के साथ शुक्र की युति जातक/जातिका को अपने से छोटे उम्र के विपरीत लिंगी लोगों के प्रति दिलचस्पी/आकर्षण देती है जबकि केतु के साथ शुक्र की युति जातक/जातिका को अपने से बढ़े विपरीत लिंगी लोगों से आत्मीय/शारीरिक लगाव देती है 

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सिंह और कर्क लग्न वालो के अलावा सभी लग्न वालों को जब राहू बहुत अधिक प्रताड़ित कर डाले तो सबसे पहले धारण किये हुए सब रत्न उतारकर रख दे, फिर पंचधातु में अपने वजन का 1/10th कैरट/रत्ती के बराबर का गोमेद शनिवार को धारण करे और 43 दिन बाद उस अँगूठी को "  ॐ_भ्रां_भ्रीं_भ्रौं_स:_राहवे_नम:" का जप करके अपने सर से 7 बार Anti-Clockwise वार के बहते पानी में, शिवलिंग के नीचे के ड्रैनेज में जहाँ से पुष्प-दूध बाहर निकलता है या शिव मंदिर के बाहर छोड़ दे

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राहू के बीज मंत्रो का जाप (जो Point No.6 में दिया हूँ) करके कचरापेटी/कूड़ेदान के पास  तम्बाखू/ गुटखा की नयी पुड़ी या नया  बाम/ Iodex अपने सर से 7 बार वारके छोड़ आये

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गौशाला से ख़रीदे हुए शुद्ध  गौमूत्र को लगातार 43 दिन एक चम्मच पीने से राहू जातक से लंबे समय की छुट्टी लेकर भाग जाता है ये उपाय  स्वंयसिद्ध है

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स्मरण रखे कि दुनिया में हर चीज की एक  वैधता(वैलिडिटी) है, उसी प्रकार ग्रहों के उपायों की भी वैधता होती है कोई उपाय लाइफटाइम के लिए नही होता..ठीक उसी तरह जिस तरह मोबाइल के रिचार्ज की वैलिडिटी होती है..उपायों को करने के एक निश्चित समय अंतराल बाद उनकी पुनहरावृत्ति करना आवश्यक होता है.. 

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वैश्यावृत्ति करने से, कामवाली-झाडूवाली या कचरा बीनने वाली से नाजायज संबंध बनाने से, किसी गरीब महिला की परिस्थिति का फायदा उठाकर उससे शारीरिक संबंध बनाने से या ऐसी महिलाये जो अपने यौन संतुष्टि हेतु छोटे बच्चो या अपने अधीनस्थ पुरुष कर्मचारियों का शारीरिक शोषण करती हो इन सभी से सबसे पहले शनि कुपित हो जाते है तत्पश्चात शनिदेव के आदेश पर राहू जातक को ना सिर्फ अपयश का भागी बना देता है बल्कि पैसो-पैसो के लिये मोहताज बना देता है

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द्वितीय भाव मे बैठा राहू जातक को हद से ज्यादा झूठ बोलना सिखाता है साथ ही लंबी-लंबी फेकना भी इस भाव मे हो तो पुरुष को गुटखे का शौकिन बनाता है,जातक के दाँतो में पान-गुटखे की चमकती लालिमा साँफ़ नजर आ जाती है, दूसरे भाव का राहू  एक्सीडेंट या मारामारी से जातक की बत्तीसी में से कोई ना कोई दाँत अवश्य तुड़वा देती है जातक के दाँतो की बनावट बिल्कुल अच्छी नही होती है जातक के मुँह से दुर्गंध आती रहती है..जातक पैटू भी होता है 

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जब भी सिर पर मंडराता है तो पुरुषों को तुरंत गुटखा,तम्बाखू खाने की तलब लगती है या शराब पीने की महिलाओ को मसालेदार खाने जैसे चिकन मसाला या तीखा खाना या चटपटी पानीपूरी 

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सप्तम में राहू जातक को बहुत कामी बना देता है। जातक अधिकतर ढीला बेल्ट पहनता है और 42वी आयु के पश्चात जेब की चेन लगाना भूल जाता है

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राहू छठे हो और गुरु दशम में किसी भी हालत में हो लक्ष्मी जातक का पीछा कभी नही छोड़तीं। राहू  पंचमेश के साथ त्रिक भाव में हो जातक को स्कूल में दंड का भागीदारी गयी बार बनना पड़ता है..राहू  लग्नेश के साथ त्रिक भाव में हो तो जातक पर चोरी का इल्जाम लगता है, राहू  नवमेश के साथ त्रिक भाव में हो या राहू लग्न में हो और सूर्य/गुरु नवम या दशम में से किसी भी भाव में हो तो जातक धन की सहायता के मामले में पिता के लिए  सूखा  पीपल होता है

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 जातक के साथ 18वी आयु में जो भी अच्छी या बुरी घटना होती है ठीक उसी तरह मिलति-जुलती घटना राहू जातक को 36वे,54वे और 72वी वर्ष की आयु में भी देता है..जैसे 18 की आयु में कॉलेज में टॉप की खुशखबरी या नौकरी तो 36 और 54 कि उम्र में प्रमोशन अवश्य देता है या 18 की उम्र में प्यार दिया तो शादी के बाद 36वे और 54वी आयु में भी किसी हमउम्र के साथ प्यार के माया जाल में फँसा ही देता है  


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