क्यों कुछ महिलाएं बर्बाद हो जाती हैं ?
मेरे पास नित्य इस प्रकार के केस आते हैं, इन बर्बाद हुई महिलाओ के भाई, पिता, माँ और कई बार स्वयं महिला होती है,
जिनका कहना होता है की महिला के घर और उनके जीवन में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है।
आज इसी विषय में प्रकाश डाल रहा हूँ, क्यों होते है इस तरह के घर और महिलाएं युवतियां बर्बाद, किसी ने इनका क्यों बिगाड़ा जीवन, इन सारे प्रश्नो का इन बेचारों के पास कोई उत्तर नहीं होता है।
एक उद्धारहण दे रहा हूँ पिछले हफ्ते का एक केस है जो युवती ने उज्जैन महाकाल की नगरी से मुझसे 9953255600 मोबाईल फोन पर सम्पर्क किया और बताया की वो शिप्रा (बदला हुआ नाम है जो की उच्च कोटि के ब्राह्मण परिवार से थी) का कुछ प्रेम प्रसंग सलमान नाम के बिजनसमेन से हो गया था (एक कटवा पठान था), युवती की उम्र 26 वर्ष थी जो की एक प्राइवेट बैंक में काम करती थी और इस बिजनसमेन सलमान का बैंक में आना जाना रहता था, सलमान की आयु 48 वर्ष की थी जो की 3 बच्चों का बाप था और पत्नी परिवार संग रहता था।
2 वर्ष से सलमान शिप्रा को घर से बैंक और बैंक से घर रोज अपनी गाड़ी से लाता ले जाता था, शिप्रा को कोई भी काम हो सलमान किसी गुलाम जिन की तरह पूरा करता था, अगर किसी कारण वश ट्रेनिंग इत्यादि के लिए शिप्रा को मुंबई दिल्ली बैंगलोर जाना होता तो हफ्ते भर सलमान शिप्रा को साथ ले जाता और संग रहता भी और शिप्रा को शहर घूमता, शिप्रा को पूरी ऐश करवाता, कभी शिप्रा की दारू पीकर हालत खराब होती तो उसके मुंह गले में ऊँगली देकर उलटी भी करवाता, शिप्रा अगर यह कहे की उसके सर दर्द या बदन दर्द हो रहा है, तो सलमान घंटो उसका सर या बदन दबाता, शिप्रा सलमान से इतनी इम्प्रेस थी की आजीवन उसकी दासी बन बिन ब्याहे भी रह सकती थी,
समस्या यह हो गयी की कुछ 5 महीने पहले सलमान को बिना बताये अपनी बैंक की टीम के साथ शिप्रा जयपुर चली गयी 1 हफ्ते ट्रेनिंग के लिए, और वापिस आने पर सलमान को लगा की शिप्रा ने अपने सहकर्मियों के साथ रंग रैलियां मनाई, इसी बात को लेकर दोनों में तनाव शुरू हुआ और मन मुटाव झगड़ा शुरू हो गया
शिप्रा मुझसे चाहती थी की सब पहले जैसा हो जाये, सलमान उससे मिले और पहले जैसा सब कुछ हो, साथ ही साथ शिप्रा की नौकरी छूट गयी बैंक की अपनी अंदरूनी पॉलिटिक्स की वजह से, तो शिप्रा मूल निवास से दूर उज्जैन में रहकर ही नौकरी को बनाये रखना चाहती थी, जिससे सलमान नज़रों से दूर न हो।
शिप्रा का जनम कुंडली का विवरण और शिप्रा व सलमान के फोटो व्हाट्सप्प पर मिलने के बाद मैंने काम शुरू किया,
शिप्रा की बड़ी बहन का विवाह कुछ महीने पहले ही हुआ था और वो अपने पति से खुश नहीं थी, इस वजह से वो अपने पीहर में रहने लग गयी, छोटा भाई भी काम धंदे के लिए संघर्ष कर रहा था, पिता एक कम्पनी में प्राइवेट जॉब पर थे, कुल मिलाकर परिवार में समस्या व तनाव बना हुआ था। शिप्रा को लेकर भी घरवालों ने तमाम तरह के पूजा पाठ दान पुण्य व्रत इत्यादि सभी टोने टोटके करवा लिए थे, और स्वयं शिप्रा ने भी सभी ज्योतिषियों , मुल्ला मौलवियों बंगाली तांत्रिकों से जो साई के नाम पर बंगाली नाम पर मुंह माँगा वशीकरण और इनाम देने की बातें करते हैं उन सबको आजमा कर देख लिया था, और उसका विश्वास इन चीजों पर से हटने लगा था,
मैंने अपने शक्ति देवता को काम पर लगा दिया ,
देवता ने बताया की शिप्रा और उसके परिवार पर किसी जान पहचान के पडोसी रिश्तेदारों ने ही जलन वश कुछ करवा दिया था, जिससे पूरा परिवार जूझ रहा था, जिसमे शिप्रा व उसकी बहन का विवाह बंधन, कोख बंधन, प्रोफेशनल कर्रिएर सब पर बंधन लगा दिया था, यहाँ तक शिप्रा की 5 फुट से ज्यादा लम्बाई भी नहीं बढ़ सकी,
बहन का विवाह किसी तरह से हुआ ही तो वो 3 महीने में ही अपने मायके आ बैठी थी।
माँ की तबियत ठीक नहीं रहती थी और भाई काम की तलाश में संघर्षरत था ,
कुंडली देखि तो अधिकतर ग्रह खराब ही थे और मांगलिक दोष के अलावा अन्य कई दोष लग रहे थे
इन सब की वजह से उसका लाइफ खराब हो रही थी और कर्रिएर चौपट हो गया,
अब बारी थी प्रेम प्रसंग सलमान और शिप्रा की
तो देवता ने बताया की सलमान ने जैसे ही नव नयुक्त अंडर ट्रेनी शिप्रा को देखा बैंक में तो अपने लव जिहाद का शिकार बना लिया,
सलमान ने नजदीकी बढ़ाने के लिए शिप्रा का पीछा कर सारी डिटेल्स निकाल ली, उसके घर परिवार सब चीजों की,
शिप्रा इतनी बड़ी उम्र के सलमान से आसानी से पटने नहीं वाली थी, इसके लिए सलमान (एक कटवा पठान था) ने वही किया जो आजकल लवजिहाद में फंसाने के लिए यह लोग करते करवाते हैं, जिसके लिए इन्हे अच्छी मोटी रकम की फंडिंग मस्जिद मदरसे और विदेशों से होती है,
सामान्यतः यह कार्य तीन चरणों का होता है किसी भी लड़की को अपने जाल में फ़साने का,
सर्वप्रथम इनके मुला मौलवी सय्यद, पीर दरगाह वाले यह इन्हे एक तरह का इल्म (जादू करके) बना कर देते हैं जिसे इन्हे लड़की के रास्ते में पैरों में डालना है जिसे वो लाँघ जाये, या फिर उसके कपड़ों पर लगा दे,
ऐसा ही सलमान ने किया शिप्रा के साथ, और इसका प्रभाव यह हुआ की शिप्रा के मन में सलमान के लिए अनुकूलता होने लग गयी, और शिप्रा अब सलमान का बैंक में आने की राह देखने लगी और जब सालमान बैंक में आता था तो बातचित शुरू हो गयी।
इसके बाद शुरू हुआ दूसरा चरण जिसमे मुल्ले मौलवी मौलाना सैयदों से फिर करवाया जिससे वो सलमान के साथ घूमे फिरे, इसके लिए इत्र परफ्यूम और खिलाने पिलाने की चीजों का सहारा लिया गया,
ऐसा सलमान के करने से शिप्रा बैडरूम मैं सेक्स तक पहुँच गयी, और यहां से शुरू होता है तीसरा चरण और फाइनल आखरी चरण।
इस चरण में यह मस्जिद मदरसे कब्रों मजार पीर वाले मौलवी मौलाना इनके फ़क़ीर लोग इनके औजार लिंग लौड़े पर विशेष आयतें पड़ते हैं और लगाने को इत्र देते हैं , जिसे जब ये लड़की के साथ सेक्स करते हैं तो वो लड़की के दसों द्वारों से चीज अंदर चली जाये और वो गुलाम दासी की तरह आजीवन हर बात माने।
ऐसा ही सलमान ने किया शिप्रा के साथ दी हुयी चीज को सलमान ने शिप्रा के कान आँख नाक नाभि पर लगा दिया, लगाए हुए इत्र से शिप्रा के नाक में खुशबू अंदर जाने से वो उसकी सांसो में चीज को बसा दिया मुंह ,योनि चुत, चूतड़ गांड में लिंग और ऊँगली से लगा दिया और अपने शुक्राणु वीर्य उसके मुंह योनि से उसके शरीर में डाल दिया।
इन सबका प्रभाव यह हुआ की उसके 9 नाड़ी,72 कोणों और दसो द्वारों का बंधन हो गया और वो दिन रात चौबीसों घंटे केवल सलमान के बारे में ही सोचती रहती, काम काज प्रोफेशनल लाइफ ख़त्म हो गयी, सलमान के विरुद्ध कुछ नहीं सुनती,, और उसके पीछे शिप्रा के अपने तर्क होते, उनमे से एक तर्क यह भी था की सलमान अपनी बीवी के साथ बैडरूम में साथ लेटे हुए भी वीडियो कालिंग करता और बीवी को बोलता की यह मेरी गर्ल फ्रंड है, जिसके लिए मियां बीवी में खूब झगड़ा होता था,
बेचारी शिप्रा को कौन समझाए की इस षड्यंत्र में सभी मिले हुए होते है और झूट मुठ का सब नाटक करते हैं, क्यूंकि मुल्ले मौलवियों का जादू सर चढ़ कर बोल रहा था, और वो किसी की भी बात सुनकर राजी नहीं थी, उसका मानना था की सलमान की बीवी ने सलमान पे और शिप्रा पे कुछ करवा दिया था जिससे सलमान अब उससे मिलता जुलता नहीं है और बीवी पर ही ध्यान देता है, और इन सब की वजह से सलमान दूर हो गया और प्रोफेशनल लाइफ तबाह हो गयी।
देवता ने बताया की सलमान का काम हो चूका है और मध्य प्रदेश में लव जिहाद जैसे कानूनों की वजह से वो शिप्रा से निकाह करकर फसना नहीं चाहता है क्यूंकि अभी धरम परिवर्तन और लव जिहाद का मामला गरमाया हुआ है,
देवता ने बताया की इस समय 20 से 22 वर्षीय एक अन्य हिन्दू युवती के साथ सलमान हम बिस्तर हो रहा है पिछले 8 महीने से।
और सलमान की अब प्लानिंग थी की शिप्रा को अपने किसी दोस्त के साथ लगा दे।
और ऐसा ही होता है इन सब केसों में युवतियां इन्ही के घर परिवार दोस्तों में बारी बारी घूमती रहती है, जिसका जीवन वैश्या जैसा हो जाता है, और फिर वो युवती अपना दुखड़ा लेकर इन्ही के धरम गुरु मौलवियों के पास जाती है, जो इनको फिर अपने संग हम बिस्तर करते हैं।
अब समस्या शिप्रा की इतनी खराब कैसे हुयी यह बताता हूँ,
शिप्रा के घर और उस पर पहले से ही किसी पडोसी रिश्तेदार के करवाए हुए प्रयोग की वजह से बंधन था और जिसकी वजह से असफलता निराशा लाइफ में मिलनी ही थी, और इस पर सलमान के कराये हुए मुल्ला मौलवियों के प्रयोग थे जो की 1 और 1 दो नहीं बल्कि 11 का काम करते हैं,
इस प्रकार की चीजे जो किसी के ऊपर होती है वह व्यक्ति के घर में अशांति क्लेश कलह काम काज कारोबार सब को ठप कर देती हैं, बीमारी दरिद्रता का घर में वास हो जाता है, सम्पूर्ण परिवार घर बांध जाता है,
मैंने शिप्रा को पहले बहुत समझया की सलमान के विषय में न सोचे, क्यूंकि जब वो सोचेगी तो उस पर सलमान द्वारा कराई हुयी चीजों का प्रभाव और तीव्र हो जाता है, पर शिप्रा उन शक्तियों के वश होने के कारन ऐसा कर नहीं रही थी,
मैंने कई अन्य उपाय बताये शिप्रा को पूजा पाठ के पर वो न करती और न कर पा रही थी,
कोवीड कोरोना का समय चल रहा था, अक्सर लॉक डाउन लगता था, और कामकाज सब ठप थे, में अक्सर काम फ़ोन ऑनलाइन ही करता था, जब कोई अति आवश्यक केस हो तभी जाता था ठीक करने।
ऐसे केसेस में 9 नाड़ी,72 कोणों और दसो द्वारों का बंधन खोलना पड़ता है, गाये खाने वाले असुर मुल्लों द्वारा किये हुए प्रयोगों को समूल नष्ट करने के लिए और सलमान ने तो अपना वीर्य (बीज) शिप्रा के शरीर में भेज चूका था, हिन्दू धरम में गाये खाना महापाप माना गया है,
इससे यह होता है की घर के देवता कुल देवी देवता और सारे पितृगण नाराज होकर छोड़ देते है, यह देवी देवता व पितृ गण का दायित्व होता है व्यक्ति के हर प्रकार की समस्यों का निदान करना उन्हें सुरक्षित रखना,
शिप्रा के केस में इन्होने शिप्रा को त्याग दिया था क्यूंकि उसका धरम भ्रष्ट हो गया था, उसके अंदर गाये खाने वाले का बीज थूक लार वीर्य के रूप में आ गया था। इस वजह से कोई भी पूजा पाठ काम नहीं करता है, कोई भी देवी देवता काम नहीं करता, सभी देवी देवता के हिसाब से यह लोग असुर हो जाते हैं, (सुर यानि देवता गण और असुर यानि राक्षस गण) सभी घर के देवी देवता कुल देवी देवता पितृगण रुष्ट होकर श्रापित भी करते हैं।
इस तरह के इलाज में बस एक मात्र उपाय शेष रह जाता है वो है योनि पूजा, जिसे केवल एक ब्राह्मण जिसके लिंग पे काला तिल हो वो मंत्रो शक्ति द्वारा अपने अमृतपात तपोबल से 9 नाड़ी,72 कोणों और दसो द्वारों का बंधन खोल सकता ह।
मैंने यह शिप्रा को उपाय बताया तो उसे मुझ तक आने का समस्या थी क्यूंकि में उस समय दिल्ली में था और लॉक डाउन का कुछ पता नहीं था, ऐसे केस में मैंने ऑनलाइन योनि पूजा का बताया तो वो त्यार हो गयी।
ऑनलाइन योनि पूजा से 50 परसेंट तक लाभ मिल सकता है, और ऐसा ही हुआ कि उसे कुछ लाभ मिला, और वो अब, समय निकाल कर दिल्ली आएगी मेरे पास क्यूंकि यह 84 लाख योनियों के हिसाब से 84 बार योनि पूजा की जाती है, जिसमे 84 दिन लग जाते हैं।
में यहां सावधान कर रहा हूँ की बहुत से लोग झूठे मकार होते हैं जिन्होंने योनि पूजा की आड़ में बस सेक्स करने का धंदा बनाया हुआ है ।
पुरे भारत में यह क्रिया या तो कामाख्या योनि पीठ आसाम में 2 तांत्रिक ही करते है या फिर मैं यह पूजा करता हूँ, जिस किसी को संक्षय हो तो मुझसे पहले पता कर लें क्यूंकि फ्रॉड लोग बहुत हैं।
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