Monday, August 9, 2021

CHANDER GRAHAN चंदर ग्रहण के दिन रक्षा के लिए एक दुर्लभ मंत्र साधना

CHANDER GRAHAN चंदर ग्रहण के दिन रक्षा के लिए एक दुर्लभ मंत्र साधना

यह मंत्र मेरा बहुत बार परखा हुआ है। हर बार सही साबित हुआ है। इससे हर प्रकार की रक्षा होती है। यदि बच्चा बार-बार नजर आदि का शिकार होता हो या आप के उपर कोई ऊपरी बाधा हो। घर में कलहपूर्ण वातावरण व्याप्त हो। कोई प्रियजन लंबी बीमारी से गुजर रहा हो और दवाई काम न करती हो। किसी कार्य में देरी हो रही हो, आपको कारण समझ न आ रहा हो। मानसिक रूप से परेशान रहते हो। दिल में हर वक़्त एक डर सा रहता हो। अकारण आ रहे कष्ट और हर प्रकार की बाधा, बीमारी से यह मंत्र रक्षा के लिए पूर्ण सक्षम है। जनकल्याण की भावना को ध्यान रख के दिया जा रहा है। यह एक सरल विधान है।


विधि :

इसे पड़ने वाले चंदर ग्रहण के दिन, रात या दिन जैसा भी आपको उचित लगे समय अनुसार इसे सिद्ध कर लें। इसके अलावा इस मंत्र को किसी भी ग्रहण, होली आदि शुभ मुहूर्त में सिद्ध किया जा सकता है। इसका 108 बार जप कर सिद्ध किया जाता है। आगे किसी भी रविवार को मंत्र पढ़ कर दलिया बना कर किसी नदी या कुएं पर दीप जगा कर एक उपले को सुलगा कर उस पर थोडा सा शुद्ध घी डाल के पाँच बार थोडा थोडा दलिया डाल दें और दीप जगा दें। फिर शेष दलिया उसी नदी अथवा कुए में डाल दें। अगर यह संभव न हो तो घर में जहां पानी का नल हो वहाँ दीप जगा कर दलिया इसी तरीके से दें और शेष दलिया घर के सदस्यों को बाँट दें प्रसाद के रूप में। मंत्र जाप के लिए किसी भी माला का उपयोग किया जा सकता है। आसन कोई भी ले लें।
-
शाबर मंत्र :
ॐ नमो गुरु जी,
पीर मुरशद सेविये कार्ज होण सभ रास,
शक्ति महादेव की चले हमारे साथ।
जट्टाओ में से निकल कर गंगा चले साथ,
झुंड जो आवे योगियां रोके मछन्दर नाथ।
जती सती संतोखियां थमे बाबा नानक आप,
जिन भूत प्रेत को बन्ने भैरव नाथ,
रख ख्वाजा खिज्र की चले हमारे साथ।

प्रयोग विधि :

इस मंत्र को सिद्ध करने के बाद इसके प्रयोग इस तरह करें।
अगर किसी बच्चे को बार बार नजर लगती हो या तब्क कर उठता हो या डर रहा हो, या बहुत ही रोकर जिद करता हो, इन सब का कारण कुछ भी हो, आप एक गिलास में जल लें और इस मंत्र से अभिमंत्रित कर उसे चम्मच से थोडा थोडा दो या तीन बार जल पिला दें वह ठीक हो जाएगा। और आगे के लिए रक्षा हेतु एक सात रंग का धागा ले उस पर यह मंत्र पढ़ कर 7 गांठ लगा दें। हर गांठ पर मंत्र पढ़ फूँक मारें और बच्चे के गले में पहना दें। इससे आगे के लिए उसकी रक्षा होगी और नजर आदि से बच्चा बचा रहेगा।

अगर कोई रोगी हो बीमारी ठीक न हो रही हो, दवाई असर न करती हो तो यह मंत्र पढ़ कर जल पर फूँक मारें और रोगी को पिला दें। एक सात रंग का धागा अभिमंत्रित कर जैसे पहले बताया गया है, सात गाँठ लगानी हैं और हर गांठ पर मंत्र फूंकना है। उस धागे को रोगी की खटिया या बेड पर किसी तरह बांध दें। सवा महीने के बाद धागे को जल प्रवाह कर दें और दलिया बना कर जल में विसर्जन कर दें, ख्वाजा खिज्र बली के नाम पर।

अगर कोई काम न बन रहा हो। बार बार खाली हाथ लौटना पड़ रहा हो, नौकरी आदि की इंटरव्यू या परीक्षा हो, यह मंत्र केसर से एक सादे कागज पर लिखें और साथ ले जाएँ, ईश्वर इच्छा से आपका कार्य सफल होगा। काम होने पर लिखा मंत्र और दो फूल, कुछ भेंट यानि दक्षिणा के साथ जला प्रवाह कर दें। बच्चो में कुछ मिठाई बाँट दें।

रक्षा के लिए या घर के कलह शांत करने के लिए जल पर पढ़ें और घर में छिड़क दें, इससे शांति होगी।
भूत प्रेत से कोई पीड़ित हो या किसी को ऐसी बाधा हो तो यह मंत्र से फूँक कर जल पिला दें और एक सात रंग का धागा अभिमंत्रित कर उसे पहना दें। 21 दिन के बाद वह धागा दलिये के साथ जल प्रवाह कर दें।
आम रक्षा के लिए इसका जप करते ही रक्षा होती रहती है।

यह मंत्र सच में बहुत उपयोगी है आप भी इसे सिद्ध कर मनोवांछित लाभ ले सकते हैं।

No comments:

Post a Comment

विशेष सुचना

( जो भी मंत्र तंत्र टोटका इत्यादि ब्लॉग में दिए गए है वे केवल सूचनार्थ ही है, अगर साधना करनी है तो वो पूर्ण जानकार गुरु के निर्देशन में ही करने से लाभदायक होंगे, किसी भी नुक्सान हानि के लिए प्रकाशक व लेखक जिम्मेदार नहीं होगा। )