Thursday, August 12, 2021

GRAHON KI RASHIYON MEIN ASHUB PRKARTI ग्रहों की राशियों में अशुभ प्रकृति

 GRAHON KI RASHIYON MEIN ASHUB PRKARTI ग्रहों की राशियों में अशुभ प्रकृति

1-सूर्य कुंभ तुला में

सूर्य कुंभ तुला मे दिमागी समस्या ,जीवन मे अनेक अवरोध, आर्थिक स्थिति खराब, संतान कष्ट, ईमानदार तथा रूची अरूची के प्रति दृढ़ता प्रदान करता है|

2-चंद्रमा मकर वृश्च्कि में

चंद्रमा मकर वृश्च्कि मे नारियों द्वारा दुर्भाग्य, निश्चित अनियंत्रित क्षुधा, गुप्त शत्रु, कटु वाणी, व्यवसाय में मतभेद, जलोदर, गुर्दे पेट के रोग से पीडा स्नायु विकार देता है|

3-मंगल तुला कर्क में

मंगल तुला मे मानसिक विकार ,पागलपन, लकवा रोग,शारिरीक दोष, क्रोधी, अधीरता, प्रेम मे निराशा ,अनैतिक संबंध, शराब की आदत देता है|

4-बुध मीन में

बुध मीन मे होने पर दुष्टता, अधिक विद्वान होना, संतान से दुखी, अधिक बातचित करने वाला बनाता है|

5–-गुरू मिथुन में

गुरू मिथुन राशि मे निर्बल शरीर ,पेट फेफडो की समस्या, स्फुर्ति की कमी, निर्णय लेने मे शीघ्रता देता है|

6-शुक्र मेष कन्या में

शुक्र मेष या कन्या मे अत्यधिक ऊष्ण ,ऐलर्जी के प्रति अधिक संवेदनशील, अधिक कामुकता, मानसिक व्याधि वेश्याओं के प्रति झुकाव देता है|

7-शनि कर्क सिंह में

शनि कर्क या सिंह मे क्रूर,निर्दयी,विवाह के बाद समस्या, हृदय संबंधी विकार ,गृह परिवर्तन,दुर्घटना का डर, प्रेम संतान से दुख देता है|

8-राहू धनु में

राहू धनु मे होने पर साइटिका की पीडा,फेफडों हृदय संबंधी समस्या,आर्थिक कष्ट,दमा टी.बी रोगकी संभावना देता है|

9 केतु मिथुन में

केतू मिथुन मे होने पर जेल,अस्पताल मे भर्ती होना,सुखो मे न्यूनता ,तीक्ष्णता,आर्थिक संकट देता है| शारिरीक व्याधि ,विचित्र शारिरीक वृद्धि, पक्षाघात,आर्थिक कष्ट,माता - पिता कोअरिष्ट,आश्रयहीनता,भूख की कमी ,मित्रो की कमी ,अच्छे संबंधो की कमी देने वालो होते है।

No comments:

Post a Comment

विशेष सुचना

( जो भी मंत्र तंत्र टोटका इत्यादि ब्लॉग में दिए गए है वे केवल सूचनार्थ ही है, अगर साधना करनी है तो वो पूर्ण जानकार गुरु के निर्देशन में ही करने से लाभदायक होंगे, किसी भी नुक्सान हानि के लिए प्रकाशक व लेखक जिम्मेदार नहीं होगा। )