Wednesday, November 24, 2021

JOB IN RAILWAY POLICE रेलवे में पुलिस की नौकरी

JOB IN RAILWAY POLICE रेलवे में पुलिस की नौकरी



रेलवे पुलिस अधिकारी या रेलवे में पुलिस की नौकरी के बारे में बात करते है रेलवे पुलिस रेल और रेल विभाग से ही काम करती है।कुंडली का तीसरा भाव रेल और पुलिस दोनों का ही होता है तो दसवाँ भाव कैरियर कार्यक्षेत्र या नौकरी का है तो शनि मंगल दोनो ही ग्रह रेलवे पुलिस के कारक ग्रह है क्योंकि शनि रेल विभाग या रेलवे में नौकरी देने वाला है तो मंगल रेलवे में पुलिस अधिकारी बनाने वाला तो सूर्य गुरु उच्च पद अधिकारी बनाने में सहायक ग्रह।अब दसवें भाव या दसवे भाव स्वामी का सम्बन्ध तीसरे भाव या तीसरे भाव स्वामी(रेलवे और पुलिस/यातायात भाव) सहित 12वे भाव से भी हो या 12वे भाव स्वामी(दूर आने जाने वाला भाव)से हो मंगल शनि सूर्य या गुरु सहित तब रेलवे में पुलिस अधिकारी बन जायेंगे, दसवाँ भाव और भावेश जितना ज्यादा बलवान शुभ और राजयोग आदि में होगा उतने ही बड़े पुलिस अधिकारी रेलवे में बन जाएंगे।।

अब कुछ उदाहरणों से समझते है कौन लोग रेलवे में पुलिस अधिकारी या रेलवे में पुलिस की नौकरी करके सफल हो सकते है किन लोगों को रेलवे(रेल विभाग)में पुलिस की नौकरी मिल पाएगी

#उदाहरण_अनुसार_कन्या_लग्न1:-

कन्या लग्न में दसवे भाव या दसवे भाव स्वामी बुध का सम्बंध तीसरे भाव या तीसरे भाव स्वामी सहित सूर्य से हो शनि भी दसवे भाव या दसवे भाव स्वामी बुध से सम्बन्ध किया हो जैसे शनि सूर्य बुध आपस मे संबध में हो और मंगल दसवे भाव मे बैठे या दसवे भाव को देख रहा है तब पुलिस अधिकारी रेलवे में बन जायेंगे।

#उदाहरण_अनुसार_धनु_लग्न2:-

धनु लग्न में दसवे भाव या दसवे भाव स्वामी बुध का तीसरे भाव स्वामी शनि या तीसरे भाव से सम्बन्ध और मंगल का संबंध भी दसवे भाव या दसवे भाव स्वामी बुध से बलवान स्थिति में है तब रेलवे में पुलिस अधिकारी बन जायेंगे।

#उदाहरण_अनुसार_मकर_लग्न3:-

मकर लग्न में दशमेश शुक्र गुरु शनि से या दसवे भाव से गुरु मंगल का सम्बंध है और दशमेश शुक्र शनि के साथ सम्बन्ध में हैं तब रेलवे में पुलिस अधिकारी बन जायेंगे। दसवाँ भाव और दशमेश जितना ज्यादा बलवान होगा रेलवे पुलिस बनने पर उतने ही बड़े पुलिस अधिकारी बन जायेंगे या बनेंगे।

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( जो भी मंत्र तंत्र टोटका इत्यादि ब्लॉग में दिए गए है वे केवल सूचनार्थ ही है, अगर साधना करनी है तो वो पूर्ण जानकार गुरु के निर्देशन में ही करने से लाभदायक होंगे, किसी भी नुक्सान हानि के लिए प्रकाशक व लेखक जिम्मेदार नहीं होगा। )