Wednesday, November 24, 2021

HOW IS YOUR LUCK तुम्हारा भाग्य कैसा है

HOW IS YOUR LUCK तुम्हारा भाग्य कैसा है


आज बात करूँगा किस बारे में जातक/जातिका का भाग्य कैसा है जैसे कैरियर, शादी, वैवाहिक जीवन, धन-दौलत,संतान,शिक्षा, मकान, जमीन सहयोग रिश्तेदारों आदि के सम्बन्ध में जिस भी बारे में भाग्य अच्छा है उस सम्बन्ध में शुभ परिणाम भाग्य से आसानी से मिल जायेगे आदि और जिस बारे में भाग्य अच्छा नही है उस बारे में अच्छा साथ भाग्य के लिए नही होगा।अब समझते है कैसे

कुंडली का9वा भाव और भाव स्वामी भाग्य का है तो सूर्य गुरु भाग्योदय ग्रह।अब 9वा भाव और 9वा भाव स्वामी सबसे पहले अच्छा होना जरूरी है,9वा भाव और 9वे भाव का स्वामी जितना ज्यादा बलवान और शुभ स्थिति में होगा भाग्य उतना ज्यादा बलवान और अच्छा है लेकिन अब किस सम्बन्ध में कैसा है भाग्य इसके लिए जरूरी है 9वे भाव या 9वे भाव स्वामी का सम्बन्ध उस फल या जिस सम्बन्ध में भाग्य का जानना है उस फल या कुंडली के उन ग्रहो के साथ सम्बन्ध अच्छा होना चाहिए और वह ग्रह भी अच्छी स्थिति में होने से भाग्य का पूर्ण अच्छा साथ होगा, जबकि 9वे भाव और 9वे भाव स्वामी का सम्बन्ध अच्छी स्थिति में नही है तब उस सम्बन्ध में भाग्य अच्छा नही करेगा लेकिन उपाय करके ऐसी स्थिति को अनुकूल बनाया जा सकता है बाकी भाग्य का सम्बन्ध राजयोग में है तब सोने पर सुहागा वाली बात है।अब कुछ उदाहरणो से समझते किस सम्बन्ध में भाग्य कैसा है आदि???

#उदाहरण_अनुसार_मेष_लग्न1:-

यहाँ 9वे भाव स्वामी गुरु है अब गुरु और 9वे भाव बलवान और शुभ स्थिति में होने के बाद अब 9वा भाव स्वामी गुरु 7वे और चौथे भाव स्वामी और इन भावो का सम्बन्ध 9वे भाव स्वामी और 9वे भाव के साथ अच्छी स्थिति और सम्बन्ध है तब शादी और मकान के लिए भाग्य ज्यादा से ज्यादा अच्छा रहेगा और अच्छा साथ देगा,जैसे नवमेश गुरु और नवे भाव से चौथे भाव और भाव स्वामी चन्द्र साथ ही 7वे भाव और भाव स्वामी शुक्र अच्छे सम्बन्ध या भाग्य से अच्छी स्थिति में बैठे है तब शादी,वैवाहिक जीवन और जमीन,मकान आदि के लिए भाग्य काफी ज्यादा अच्छा रहेगा।

अब भाग्य किन चीज के लिए ज्यादा साथ देने वाला या अच्छा नही है उदहारण से समझते है??

#उदाहरण_अनुसार_वृश्चिक_लग्न2:-

वृश्चिक लग्न में भाग्य स्वामी चंद्रमा है अब चन्द्रमा और 9वा भाव दोनो ही अत्यधिक शुभ और बलवान स्थिति में है लेकिन 10वे भाव से या 10वे भाव स्वामी से भाग्य का सम्बन्ध और स्थिति अच्छी नही है तब भाग्य 10वे भाव सम्बन्ध जैसे कैरियर, जॉब व्यापार रोजगार के लिए भाग्य कमजोर है या रहेगा ऐसी स्थिति में उपाय करने से भाग्य कैरियर रोजगार जॉब बिजनेस के लिए अनुकूल होकर साथ दे पायेगा।

अन्य उदाहरण अनुसार
#उदाहरण_धनु_लग्न_अनुसार3:-

धनु लग्न में 9वे भाव(भाग्य भाव स्वामी)स्वामी सूर्य है अब सूर्य और 9वा भाव दोनो बलवान और शुभ स्थिति में ज्यादा से ज्यादा ग्रहो से सम्बन्ध बनाकर अधिक ग्रहो के साथ राजयोग बनाये तब भाग्य बहुत अच्छा साथ देगा कई चीजो के लिये।
मतलब 9वे भाव या 9वे भाव स्वामी से जितने ज्यादा कुंडली के ग्रहो का सम्बन्ध ज्यादा स्व ज्यादा शुभ अच्छी स्थिति में बलवान होकर होगा या है उतना ही ज्यादा भाग्य उन उन ग्रहो के लिए अच्छा साथ और फल देगा, जैसे विवाह के लिए भाग्य अच्छा है तब पूरा साथ विवाह होने और वैवाहिक जीवन मे देगा जबकि विवाह के लिए 9वे भाव भाग्य का सम्बन्ध अच्छा नही है तब शादी ,वैवाहिक जीवन के लिए भाग्य साथ नही देगा आदि।

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विशेष सुचना

( जो भी मंत्र तंत्र टोटका इत्यादि ब्लॉग में दिए गए है वे केवल सूचनार्थ ही है, अगर साधना करनी है तो वो पूर्ण जानकार गुरु के निर्देशन में ही करने से लाभदायक होंगे, किसी भी नुक्सान हानि के लिए प्रकाशक व लेखक जिम्मेदार नहीं होगा। )