Monday, November 22, 2021

INDIVIDUAL PROPRIETORSHIP OR PARTNERSHIP साझे में बिजनेस या एकल बिजनेस

INDIVIDUAL PROPRIETORSHIP OR PARTNERSHIP साझे में बिजनेस या एकल बिजनेस




कुंडली मे ही ऐसे बिजनेस योग होते है जो कुछ लोगो को साझे में बिजनेस करने पर ज्यादा लाभ देकर अच्छी सफलता देते है तो कुछ को एकल मतलब बिना साझे का बिजनेस अच्छा लाभ देता है, साझे में बिजनेस लाभ न देकर एकल बिजनेस लाभ ज्यादा दे पाता है।आज अब इसी बारे में बात करते है कि साझे में ज्यादा लाभ है या एकल बिजनेस करने पर ज्यादा लाभ रहेगा।

कुंडली के दसवे भाव(व्यापार/कार्यक्षेत्र)और दूसरे ग्यारहवे भाव(धन और लाभ भाव) सहित बुध की अत्यन्त बलवान स्थिति व्यापार में अच्छी सफलता देती है जॉब में नही।अब दसवाँ भाव एकल बिजनेस का है तो 7वा भाव साझेदारी बिजनेस का है अब बिजनेस योग होने पर यदि दसवे भाव या दसवे भाव स्वामी(कार्यक्षेत्र स्वामी)का सम्बन्ध सातवे भाव(साझेदारी भाव)से है या फिर 7वे भाव या 7वे भाव स्वामी(साझेदारी भाव)का सम्बन्ध ग्यारहवे या दूसरे भाव(धन लाभ भाव)से बलवान और शुभ स्थिति में है और राहु शनि केतु बिजनेस ग्रहो को पीड़ित या खराब नही कर रहे है तब साझे में बिजनेस ही ज्यादा सफलता, ज्यादा लाभ और बिजनेस में अच्छी स्थिति देगा।जबकि 7वे भाव से 10वे भाव का या 7वे भाव का दूसरे या ग्यारहवे भाव से सम्बन्ध शुभ और बलि स्थिति में नही है तब साझे में बिजनेस से कोई लाभ नही होगा ऐसी स्थिति में एकल रूप से बिजनेस में लाभ होगा, एकल बिजनेस ही अच्छी सफलता देगा आदि।अब कुछ उदाहरणों से समझते है किन लोगों को साझे में बिजनेस ज्यादा सफलता और लाभ देगा और किन्हें साझे में बिजनेस न करके एकल रूप से ज्यादा सफलता व लाभ देगा

#उदाहरण_अनुसार_मेष_लग्न1:-

मेष लग्न में दसवे भाव स्वामी शनि का सम्बन्ध सातवे भाव(साझेदारी भाव)से या सातवे भाव स्वामी शुक्र से शुभ और बलवान स्थिति में बना हुआ है और पीड़ित नही है राहु केतु से तब साझे में बिजनेस अच्छी सफलता देगा यदि ऐसा सम्बन्ध नही है तब एकल बिजनेस से ही लाभ रहेगा।एकल रूप मतलब साझे में बिजनेस न किया जाए।।

#उदाहरण_अनुसार_तुला_लग्न2:-

तुला लग्न में दशमेश(कार्यक्षेत्र स्वामी) चन्द्रमा है अब दशमेश चन्द्रमा यहाँ 7वे भाव स्वामी या 7वे भाव सहित 11वे भाव स्वामी सूर्य से या 1वे भाव से सम्बन्ध में है और बिजनेस योग बलशाली है तब साझे में ही बिजनेस लाभ देगा, ज्यादा सफलता, ज्यादा अच्छी स्थिति देगा, जबकि दसवे भाव या स्वामी का 7वे भाव से सम्बन्ध नही है या 7वे भाव का 11वे भाव से संबंध नही है तब साझे का बिजनेस ज्यादा लाभ नही देगा एकल बिजनेस करने पर सफलता मिलेगी यदि बिजनेस के अच्छे योग है।।

#उदाहरण_कुम्भ_लग्न_अनुसार3:-

कुम्भ लग्न में दशमेश मंगल सूर्य या 7वे भाव सहित धन लाभ स्वामी गुरु के साथ भी सम्बन्ध में है तब साझे में बिजनेस ज्यादा से ज्यादा लाभ और अच्छी सफलता देगा ज्यादा ही, जबकि ऐसी स्थिति नही है तब साझे में बिजनेस न करके एकल रूप से करने पर ही अच्छी बिजनेस सफलता मिलेगी यदि बिजनेस सफलता के अच्छे योग है तब।।

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विशेष सुचना

( जो भी मंत्र तंत्र टोटका इत्यादि ब्लॉग में दिए गए है वे केवल सूचनार्थ ही है, अगर साधना करनी है तो वो पूर्ण जानकार गुरु के निर्देशन में ही करने से लाभदायक होंगे, किसी भी नुक्सान हानि के लिए प्रकाशक व लेखक जिम्मेदार नहीं होगा। )