GURU GORAKSH FATKAR MANTAR गुरु गोरक्ष गोरख फटकार मंत्र
गोरक्ष डिब्बी जहां खाई वही दब्बी ।
गोरक्ष डिब्बी गोरक्ष फटकार,
पढ़कर मारू मंगलवार,
काले तिल गोरी राई ,
चौराहे की मिट्टी मसान की छाई।
जो न लगे तो गुरु गोरक्षनाथजी की दुहाई ,
गोबर खाय विष्टा खाय कपड़े फाड जंगल भाग जाय।
फिर न देखे घरबार भर मता फिरे दशवा द्वारा
फुर मंत्र ईश्वर महादेव तेरी वाचा फुरे।
घट पिंड की रक्षा श्री गुरु गोरक्षनाथजी करे।
जैसा कि नाम से ही पता चलता है कि ये फटकार है इस अस्त्र से यदि किसी को फटकार चलाई तो उसका जीवन इस मंत्रानुसार हो जाता है ये भगवान गोरख का अस्त्र है इसकी काट बहुत मुश्किल है ।
इनका घर मे पाठ नही करना चाहिए । इसका जाप गुरु मार्ग दर्शन में पूर्ण विधि एवं सुरक्षा में करे। इस फटकार से देवी देवता, भूत-प्रेत,पिशाच सभी को फटकारा जा सकता है ।
इसकी जाप विधि में थोड़ी सी गलती होने से ये फटकार उल्टी साधक पे पड़ती है ।
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