क्या आप अपना काम मुफ्त में करवाना चाहते हो WANT YOUR WORK TO BE DONE FOR FREE
इस लेख के माध्यम से किसी की भी भावना विशवास को ठेस पहुंचना मेरा उद्देश्य नहीं है , बल्कि उन्हें जागृत करने का है जिन्हे इन बातों का ज्ञान नहीं है |
यह विशेष लेख है उन सभी बंधुओं के लिए जो हम जैसे ज्योतिष तांत्रिकों से सम्पर्क साधते है | सर्व प्रथम में यह कहना चाहता हूँ की सारी उँगलियाँ एक बराबर नहीं है, तो ठीक उसी प्रकार ज्योतिष, तांत्रिक, और हमारे जजमान, पाठक गण भी सब एक जैसे नहीं है |
यह लेख उन सभी व्यक्तियों के लिए है जो ज्योतिष, पंडित, तांत्रिकों द्वारा ठगे गए या उनका शिकार हुए, पर जरूरी नहीं की सभी ज्योतिष आचर्य पंडित विद्वान तांत्रिक भी ऐसे ही हों |
काफी हद तक ऐसी परिस्थिति के लिए जजमान स्वयं जिम्मेदार है, इसके कई कारण है |
मुफ्तखोर फ्री में करवाना चाहते है कार्य अपना
यह वो वर्ग है जो फ़ोन पर या कार्यालय में आकर अपनी गरीबी मजबूरी तंगी मुसीबत में हैं कहकर, यह चाहते है की उनका कार्य फ्री में हो जाये, या कार्य होने के बाद दे देंगे दक्षिणा., या फिर यह कहेंगे पहले भी हमने कई जगह दिखाया पूछा बताया और उन व्यक्तियों ने मोटी रकम ऐंठ ली या काम नहीं हुआ या बना, तो अब हम काम होने पर ही देंगे |
वैसे तो मेरा अनुभव में यह लोग 99 प्रतिशत झूठ बोलते हैं और मुफ्त खोरी इनकी आदत है की फ्री में कोई काम कर दे.
मेरा प्रश्न इन जैसे जजमान व्यक्तियों से है
तुम सभी भी कोई न कोई कार्य व्यवसाय इत्यादि अपने जीवनयापन के लिए करते होंगे और तुमसे भी कोई कहे की यह कार्य मेरा फ्री में कर दो या कार्य होने के बाद ले लेना, तो तुम्हारा मुंह केसा बनेगा |
दूसरा तुम या तुम्हारे परिजन कभी न कभी प्राइवेट हस्पताल या दवाई की दुकान पर अवश्य गए होंगे, कभी हस्पताल वालों से या दवाई विक्रेता से भी यह बोलना था की पूर्ण स्वस्थ होने पर ही आपको पैसा देंगे |
मेरा प्रश्न इन जैसी सोच वाले व्यक्तियों से ही है
तुम्हे क्या लगता है की जो पंडित, विद्वान आचार्य तांत्रिक बस केवल अपने नाम के आगे लिख दिया की वो पंडित एस्ट्रोलॉजर तांत्रिक है और काम हो गया,
जी हाँ आज ऐसे बहुत से हैं, ठीक उसी तरह जो नकली डिग्री लेकर हर व्यवसाय कार्य में है, इसके लिए आपको यह लेख पूरा पढ़ना चाहिए
पर ऐसे भी व्यक्ति है जो तुम्हारी ही तरह ईमानदार भी है, जिन्होंने अपना जीवन ऐसी विद्याओं, ज्ञान सिद्धि को पाने के लिए खपा दिया,
मेरा उन सभी लोगों को चैलेंज है की एक बार आप भी इस तरह की सिद्धि ज्ञान प्राप्त करे, तब आपको पता चलेगा की तलवार की धार पर चलना क्या होता है |
अब मुझे एक और बात बताइये की आपके घर में चाय बंनाने के लिए चायपत्ती दूध चीनी इत्यादि सामग्री नहीं है, तो क्या बिना इन चीजों के चाय बन जाएगी और क्या यह सामान मुफ्त में कहीं से आपके घर आ जायेगा, ठीक इसी प्रकार से बिना सामग्री के फिर पंडित ज्योतिष आचार्य तांत्रिक कहाँ से आपका कार्य करेगा और क्यों करेगा. वो तुम्हारे कार्य के लिए अपने जेब से क्यों पैसा लगाए,
पाठक गण एक और विशेष बात यह है की आपकी बनियागिरी नहीं जाती है
तुम लोगों को मोल भाव की इतनी आदत पड़ गयी है की हर प्रकार से मगरमच्छ के आंसूं बहाकर मोल भाव करते हो, पाना चाहते हो अपने पति पत्नी प्रेमी प्रेमिका बॉय फ्रैंड गर्ल फ्रेंड को पर आपकी औकात सामने आ जाती जब आपकी जेब खाली होती है, मैं तो कहता हूँ अगर आपकी प्रियतमा प्रेसी छोड़ कर चली गयी है तो उसने सही निर्णय लिया है, क्यूंकि तुम इसी लायक थे |
दक्षिणा 2100 /- ज्योतिष तंत्र मंत्र यंत्र टोटका वास्तु कुंडली हस्त रेखा राशि रत्न,भूत प्रेत जिन जिन्नात बुरे गंदे सपने का आना, कोर्ट केस, लव मैरिज, डाइवोर्स, वशीकरण पितृ दोष कालसर्प दोष चंडाल दोष गृह क्लेश बिजनस विदेश यात्रा, अप्सरा परी साधना, अघोर साधनायें , समशान तांत्रिक साधनायें, सास बहु, सास ससुर, पति पत्नी, जेठ जेठानी, देवर देवरानी, नन्द नन्दोई, साला साली, सभी झगड़े विवाद का हल व वशीकरण कार्य किया जाता है
Contact 9953255600
JYOTISH TANTRA MANTRA YANTRA TOTKA VASTU GHOST BHUT PRET JINNAT BAD DREAMS BURE GANDE SAPNE COURT CASE LOVE AFFAIRS, LOVE MARRIAGE, DIVORCEE PROBLEM, VASHIKARAN, PITR DOSH, MANGLIK DOSH, KAL SARP DOSH, CHANDAL DOSH, GRIH KALESH, BUSINESS, VIDESH YATRA, JNMPATRI, KUNDLI, PALMISTRY, HAST REKHA, SOLUTIONS
मेरे अनुभव आपके साथ साझा कर रहा हूँ कुछ सावधानियां बरते
सर्व प्रथम जितनी भी जानकारी गूगल या इंटरनेट यू ट्यूब से लिए हैं देखे है तो यह गारंटी है की यह 99 प्रतिशत काम नहीं करेंगे
अगर आप बेरोजगार है तो आप भी यह चूतिया बनाने के लिए विडयो बनाकर यूट्यूब पर डालें और एडवर्टीजमेंट से कमाएं |
कोई भी सही पंडित विद्वान तांत्रिक अगर कुछ नेट पर देगा तो वह अधूरा ही डालेगा, क्यूंकि यह उसकी रोजी रोटी है, अगर वो ऐसा करता है तो उसका परिवार का भरण पोषण कैसे होगा, या उसको वो यश और सम्मान भी कैसे मिलेगा. क्यूंकि नेट से देखकर पढ़कर तो सभी स्वयं ही जगन्नाथ बन जायेंगे |
आजकल प्रचलन है हर कोई धन व प्रभाव के बल पर अपने आप का हर तरह के माध्यम से प्रचार करके यह स्थापित कर लेता है की वो एक ज्योतिष आचार्य वास्तु पंडित तांत्रिक इत्यादि है, जब की उनका धर्म जाती वर्ण से वो लोग कुछ और ही होते है |
मेरा यह मानना है की कुछ विशेष विद्याएं उसी वर्ण तक सिमित रहती हैं, जैसे क्षत्रिय वर्ण के लोगों में जो जेनेटिक DNA है वो अन्य वर्ण में नहीं है, ठीक उसी प्रकार जो बनिया धुल मिटटी को सोने के भाव बेच देता है, क्या कोई और वर्ण का व्यक्ति कर सकता है,
आजकल तो बड़े बड़े IAS बाबुओं की बीवियों को कोई कार्य नहीं होता है तो धन और प्रभाव के बल पर स्वयं को हस्त रेखा विशेषज्ञ एस्ट्रोलॉजर टेरोट कार्ड रीडर की तरह स्थापित कर रही है,
कुछ विद्वानों ने ने तो TV पर दुकान खोली है की कोई फोन कॉल प्रोग्राम के समय आता है और वो सेकंड में ही उसका निदान बताते है, और साथ ही यह कहते है की इतने घंटो में या इतने दिनों में वो यह विद्या का कोर्स उनसे सिख लें,
ऐसे ही लोग बाजार में है जो कुछ भी तुम्हे बेचते है और तुम जब इनकी चिकनी चुपड़ी बातों में आ जाते हो ठगे जाते हो |
यह विद्यां वर्षों की कड़ी मेहनत साधनाओं के परिणाम से ही आती है अन्यथा नहीं |
एक और विशेष वर्ग है जो यह दावा करता है की चंद मिंटो में या १ घंटे में या 24 घंटे में वो असंभव से असम्भव कार्य करने की शमता रखते है, और यह लोग 100 परसेंट गारंटी से कहते है की काम हो जायेगा और इनके किये हुए को कोई काट नहीं सकता इनके पास केवल एक इल्म होता है गुंडा गर्दी का, मेरा उन सभी बंगाली साई बाबा वाले चमत्कारी सूफी बाबाओं को चैलेंज है की वो भारत का प्रधानमंत्री बन जाये और भारत से दुःख दरिद्रता दूर कर दें |
यह व्यक्ति 100 प्रतिशत क्रिमिनल होते है और इनका एक गैंग है जो पुरे भारत में सक्रिय है, इसीलिए इनका कुछ बिगड़ता नहीं है |
अतः ऐसे सूफी बंगाली साई बाबा वालों से सावधान रहें |
अब में आपको बताता हूँ की आपका कार्य क्यों नहीं होता है |
आप अगर हिन्दू हैं तो सबसे पहले समस्या यह आती है की आप हर जगह अपना माथा पटकते है या नाक रगड़ते है, सबसे बड़ी यही समस्या है की आप हर तरह से किसी भी तरह से अपना कार्य करवाना चाहते हो,
मजार पीर मस्जिद मौलाना सैयद कब्रिस्तान इत्यादि पर माथा पटकना बंद कीजिये, साई बाबा, संतोषी माता इत्यादि को भो दूर रखिये, संतोषी माता तो फिल्म की देन है ऐसी कोई देवी किसी ग्रंथ में नहीं है |
साई बाबा तो कटवों का और कुछ बिजनस वालों का अरबों खरबों का धंदा है |
साई की असलियत के लिए इस लिंक पर क्लिक कर पढ़ें |
अब बताता हुं समस्या कहाँ शुरू होती है
सभी हिन्दू किसी न किसी ऋषि मुनि के वंशी है जिन्हे गोत्र भी कहा जाता है
अगर तुम्हे तुम्हारा गोत्र नहीं मालूम है, तो तुमसे ज्यादा दुर्भाग्यशाली व्यक्ति पृथ्वी पर नहीं है
हिन्दू मूर्ति पूजा से लेकर सात्विकता में विश्वास रखते है
जबकि असुर तामसिक परवर्ती के होते हैं और हर वो कार्य करते हैं जो हिन्दुओं से उल्टा होता है
जैसे की उल्टा लिखना पढ़ना, मूंछे न रखना, एक ही थाली में पुरे परिवार का खाना खाना, कब्रों की पूजा करना, और यह मानना की एक दिन इस कब्र में दफन व्यक्ति जिन्दा हो जायेगा, गाय का मांस खाना इत्यादि |
अब यह बातें उन सभी बातों के विपरीत हैं जो आप हिन्दुओं के पितृ ऋषि मुनि दादा पड़ दादा आदि मानते थे और करते थे |
यह एक कारन है जो आपके जीवन आपके घर में सब उल्टा उथल पुथल हो जाता है, और इन्ही कारण से घर के देवता पितृ गण रुष्ट होकर आपको दंडित करते हैं
दूसरा तुम्हे अपने कुलदेवता या कुल देवी का ज्ञान नहीं होना
हर हिन्दू परिवार की अपनी कुल देवी या देवता होते है, उपरोक्त आचरण से वह भी रुष्ट हो जाते है और दंडित करते हैं |
एक और समस्या यह है की आप की कन्याएं असुरों से प्रेम या विवाह या योन संबंध बना लेती हैं, उससे उस कन्या व परिवार पर पितृ प्रकोप अवश्य ही होता है, इसलिए बेहतर यह है की आप की कन्या महिला को यह बातें समझएं व अच्छे संस्कार दें, जिससे वो आगे अच्छी संतान उत्पन्न करे |
अब जो पहले गलती हो गयी है तो उसे भूल जाएँ और नई शुरुआत करें |
सर्वपर्थम सवेरे सूर्य को प्रणाम कर अर्घ्य अवश्य दें |
माथे पर तिलक अवश्य लगाएं यह तुम्हारी शक्ति व सौभ्ग्य्ता को बढ़ता है व दूसरों की क्षीण करता है |
गायत्री मंत्र का 11 बार उच्चारण करें नित्य प्रातः
प्रातः उठते के साथ अपने दोनों हथेलियों हाथों में लक्ष्मी सरस्वती ब्रह्मा विष्णु का वास समझ कर प्रणाम करें |
पितृ पूजा को छोड़ कर समस्त पूजा में उत्तर पूर्व या पूर्व की तरह मुख करें |
हिन्दुओं की किसी भी पूजा पद्धति में सर नहीं ढकते हैं, इसलिए यह कभी भी न ढकें, यह असुरों की निशानी है, क्यूंकि वो पातालवासी हैं | हम हिन्दुओं को अपने सर इसलिए नंगा रखते है की ब्रम्हांड की सूक्षम तरंगें हमारे सर से होते हुए पैरों की तरफ जाएँ , जबकि असुर सर ढकते हैं क्यूंकि वो देवी शक्तियों को नहीं मानते हैं | अगर मंदिर में पंडित जी कहें की सर ढक लो तो उनसे यह अवश्य पूछिए की कौन से ग्रंथ में यह खा गया है की सर ढकना चाहिए |
कब्रों मजार मस्जिद या कोई भी मृत व्यक्ति के स्थल पर माथा टेकना पटकना ठीक वैसे ही है जैसे आप शमसान में पटक रहे हो माथा | यह वोट बैंक की तरह है, इससे आसुरी शक्तियों को बल मिलता है आपका, और वो आपको अपनी और खींचती हैं, और आप की परेशानी बढ़ना निश्चित है जिसका आभास हो ही जाता है |
कबूतरों को दाना बिलकुल न डालें, यह असुरों में "जिन" का प्रतिनिधित्व करते हैं और हुम् का स्वर में उच्चारण करते हैं, यहाँ तक की इन्हे असुर भी दाना नहीं डालते हैं | कौआ कुत्ता व गाय को अवश्य रोटी डालें व पानी पिलायें |
केवल शुक्रवार ही सबसे बेहतर दिन है दाढ़ी मुंछ व बाल कटवाने के लिए इससे आयु की वृद्धि होती है | ब्राह्मण अगर शिखा रखते है तो आयु बुद्धि व सम्मान बढ़ता है |
एकादशी को चावल भूले से भी न खाएं |
अमावस्या को पितरो को प्रणाम कर तर्पण अवश्य करें, इससे दिन दुगनी रात चौगुनी तरक्की होती है और पितृ रुष्ट नहीं होते हैं, बल्कि तृप्त रहते हैं |
पूर्णिमा पे सभी चंद्र देव को नमस्कार करें व महिलाएं चंद्र को जल अवश्य दें इससे सुख शांति व सौभाग्य बना रहता है |
हर घर में शंख ध्वनि होनी चाहिए व प्रातः या संध्या में पूजा आरती कीर्तन धुप बत्ती ज्योत लगनी चाहिये इससे घर में सुख शांति व लक्ष्मी का वास बना रहता है |
अगर हिन्दू हैं तो हिन्दू पंडित, ज्योतिष आचार्य, हिन्दू तांत्रिक के पास ही जाये क्यूंकि वह ही सही पद्धति से आपका कार्य करेगा, जो की मुल्ला मौलवी सय्यद नहीं कर सकता क्यूंकि वह असुर है | वह गाय का मिट मांस खाने वाला आपका कार्य नहीं कर सकता और फिर भी आप कोई भी कार्य करवाते हैं तो आपको अपने पितृ व कुल देवता के प्रकोप का दंड भोगना ही पड़ेगा |
इस संसार में पितरों से बढ़कर और कोई नहीं है अधिक जानकारी के लिए पितृ स्तोत्र पितृ सूक्त का अर्थ समझें लिंक दिया हुआ है |
अगर पितृ व कुल देवता आपके पक्ष में हैं तो संसार की कोई भी शक्ति तांत्रिक अभिचार आपका कुछ नहीं बिगड़ सकता है यह मेरा दावा है |
उचित गुरु धारण करें | गुरुओं का सम्मान करे व उनकी सेवा में तत्पर रहें, तन मन धन से गुरु की सेवा करें |
आखिर में नम्र निवेदन उन सभी पंडित विद्वान ज्योतिष आचार्य तांत्रिक लोगों से है की पहले फ़ीस लें मुफ्तखोरी की आदत केजरीवाल की तरह न डालें |
No comments:
Post a Comment