पद्मावती-मंत्र -साधना
मंत्र-:’ॐ पद्मावती पद्मंकुशी वज्र वज्रांकुशी प्रत्यक्षं भवति !”’
विधान:
रात्रि के समय मिटटी के दीपक में दीप प्रज्जवलित कर , रक्त -कम्बल के आसन में बैठकर ,, उत्तरदिशा की और मुख करके ,, पद्मावती का ध्यान करके सूतिका की माला से १०००जप करे ——–२१ दिन तक !
आठवे दिन से ही मंत्र का प्रभाव अनुभूत होने लगेगा ! साधना काल में पवित्रता का विशेष ध्यान रखे और साधना विषय गुप्त भी |
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