जन्म वार का फल
दक्षिणा 2100 /- ज्योतिष तंत्र मंत्र यंत्र टोटका वास्तु कुंडली हस्त रेखा राशि रत्न,भूत प्रेत जिन जिन्नात बुरे गंदे सपने का आना, कोर्ट केस, लव मैरिज, डाइवोर्स, वशीकरण पितृ दोष कालसर्प दोष चंडाल दोष गृह क्लेश बिजनस विदेश यात्रा, अप्सरा परी साधना, अघोर साधनायें , समशान तांत्रिक साधनायें, सास बहु, सास ससुर, पति पत्नी, जेठ जेठानी, देवर देवरानी, नन्द नन्दोई, साला साली, सभी झगड़े विवाद का हल व वशीकरण कार्य किया जाता है* रविवार –
रविवार के दिन जन्म लेने वाले बालक की प्रकृति तेज होती है। यह चतुर, दान करने वाला समूह का नेतृत्व करने वाला आदेशात्मक वाणी बोलने वाला होता है। पित्त की बीमारी के रोग लगते है। इसे 1, 6 महीने में तथा 13, 23 वें वर्ष में कष्ट होता है तथा पूर्णायु 50 वर्ष होती है।
* सोमवार-
इस दिन जन्म लेने वाले बालक की प्रकृति शांत होती है। यह सुख-दुःख दोनों में सामान भाव से रहने वाला, चतुर , बुद्धिमान तथा धैर्यवान होता है । राजकीय नौकरी करने वाला होता है अर्थात राज्य कर्मचारी होता है। इसे 8,11 वें महीने तथा 16, 27 वें वर्ष में कष्ट होता है तथा पूर्णायु 84 वर्ष की होती है।
* मंगलवार- इस दिन जन्मने वाले बालक की प्रकृति गर्म होती है। यह पराक्रमी, वीर, साहसी एवं संग्राम में विजय प्राप्त करने वाला होता है। इसकी बुद्धि विशेष अच्छी नहीं होती, इसी से यह बौद्धिक कार्यों से अलग रहना पसंद करता है, परन्तु वीरता के कार्यों में आगे बढ़ने वाला होता है। इसे 2, 32 वें वर्ष में कष्ट होता है तथा पूर्णायु 74 वर्ष की होती है।
* बुधवार-
इस दिन जन्म लेने वाले बालक की प्रकृति शांत होती है। यह मीठा बोलने वाला, पंडित , धनी , बौद्धिक कार्य करने वाला, लेखक, कवि संपादक या लेखाकार होता है। इसे 8 वे महीने या 8 वें वर्ष में कष्ट होता है तथा पूर्णायु 64 वर्ष होती है।
* वृहस्पतिवार-
इस दिन जन्म लेने वाला बालक शांत प्रकृति का होता है। यह चतुर, विद्वान, रजा का मंत्री या मंत्री का सलाहकार, प्रतिष्ठित नेता, वकील, जज एवं ग्रन्थ-लेखक होता है। इसे 7 वें महीने में तथा 13 व 16 वें वर्ष में कष्ट होता है तथा पूर्णायु 84 वर्ष की होती है।
* शुक्रवार-
इस दिन जन्म लेने वाले बालक की प्रकृति कुछ गरम होती है। देवताओं की पूजा न करने वाला, क्रोधी, चंचल चित्त वाला, बुद्धिमान, रूपवान् तथा खेल में मस्त रहने वाला होता है। इसकी बोलने की शक्ति अच्छी होती है जिससे समाज में आदर प्राप्त करता है। इसकी पूर्णायु 60 वर्ष की होती है।
* शनिवार-
इस दिन जन्म लेने वाला बालक तेज प्रकृति का होता है। यह दृढ-प्रतिज्ञ , कामी एवं साहसी होता है। शरीर की स्थिति विशेष अच्छी नहीं होती फिर भी इसका पराक्रम सराहनीय होता है। इसके बाल लम्बे होते है। इसे 1 महीन में तथा 13 वें वर्ष में कष्ट होता है तथा पूर्णायु 100 वर्ष की होती है।
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