Saturday, December 30, 2017

हनुमान द्वादश नाम स्तोत्रम प्रयोग

हनुमान  द्वादश  नाम  स्तोत्रम  प्रयोग


दक्षिणा 2100 /- ज्योतिष तंत्र मंत्र यंत्र टोटका वास्तु कुंडली हस्त रेखा राशि रत्न,भूत प्रेत जिन जिन्नात बुरे गंदे सपने का आना, कोर्ट केस, लव मैरिज, डाइवोर्स, वशीकरण पितृ दोष कालसर्प दोष चंडाल दोष गृह क्लेश बिजनस विदेश यात्रा, अप्सरा परी साधना, अघोर साधनायें , समशान तांत्रिक साधनायें, सास बहु, सास ससुर, पति पत्नी, जेठ जेठानी, देवर देवरानी, नन्द नन्दोई, साला साली, सभी झगड़े विवाद का हल व वशीकरण कार्य किया जाता है      

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यह सर्व कार्य सम्पन्न करता है 

विधि 

ब्रह्म मुहूर्त शुक्ल पक्ष मंगलवार से आरम्भ करें
पूर्वाभिमुख कुशासन पर बैठें
चौकी पर लाल वस्त्र बिछा कर हनुमान की दास मूर्ति या संकट मोचन रूप को स्थापित करें
साथ ही राम दरबार स्थापित करें
गुरु गणेश शिव गोरा की विधिवत पूजन कर राम दरबार  व हनुमान पूजन करें
अपने कार्यसिद्धि का संकल्प लेकर नित्य १०८ बार स्तोत्र का जाप १०८ दिनतक करें
ब्रह्मचर्य का कड़ाई से पालन करें 


हनुमान  द्वादश  नाम  स्तोत्रम


||उल्लङ्घ्य सिन्धोः सलिलं सलीलं यः शोकवह्निं जनकात्मजायाः।
आदाय तेनैव ददाह लङ्कां नमामि तं प्राञ्जलिराञ्जनेयम्॥
।। ॐ हनुमान अंजनीसूनुः वायुपुत्रो महाबलः ।
रामेष्टः फल्गुणसखः पिंगाक्षोऽमितविक्रमः ॥ १॥
उदधिक्रमणश्चैव सीताशोकविनाशकः ।
लक्ष्मण प्राणदाताच दशग्रीवस्य दर्पहा ॥ २॥
द्वादशैतानि नामानि कपींद्रस्य महात्मनः ।
स्वापकाले पठेन्नित्यं यात्राकाले विशेषतः ।
तस्यमृत्यु भयं नास्ति सर्वत्र विजयी भवेत् ॥
धनं धान्यं भवेत् तस्य दुःख नैव कदा च न ।।

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विशेष सुचना

( जो भी मंत्र तंत्र टोटका इत्यादि ब्लॉग में दिए गए है वे केवल सूचनार्थ ही है, अगर साधना करनी है तो वो पूर्ण जानकार गुरु के निर्देशन में ही करने से लाभदायक होंगे, किसी भी नुक्सान हानि के लिए प्रकाशक व लेखक जिम्मेदार नहीं होगा। )