जिन जातको की जन्मपत्रिका नहीं होती
दक्षिणा 2100 /- ज्योतिष तंत्र मंत्र यंत्र टोटका वास्तु कुंडली हस्त रेखा राशि रत्न,भूत प्रेत जिन जिन्नात बुरे गंदे सपने का आना, कोर्ट केस, लव मैरिज, डाइवोर्स, वशीकरण पितृ दोष कालसर्प दोष चंडाल दोष गृह क्लेश बिजनस विदेश यात्रा, अप्सरा परी साधना, अघोर साधनायें , समशान तांत्रिक साधनायें, सास बहु, सास ससुर, पति पत्नी, जेठ जेठानी, देवर देवरानी, नन्द नन्दोई, साला साली, सभी झगड़े विवाद का हल व वशीकरण कार्य किया जाता है
जिन जातको की जन्मपत्रिका नहीं बनी होती अथवा बनी भी हो तो कभी किसी ज्योतिष को दिखाई न हो ऐसी स्थिति में नीचे बताए गए लक्षणों को देखकर यह जानना चाहिए कि आपके लिए कौन सा ग्रह अशुभ प्रभाव दे रहा है
सूर्य- सूर्य से प्रभावित जातक का बाल्यावस्था में ही अपने पिता से संबंध विच्छेद हो जाता है। उसके शरीर में विकार उत्पन्न हो जाते हैं जैसे नेत्र रोग। उसे वो यश नहीं मिल पाता जिसका वो भागिदार होता है। उसे नींद नाम मात्र आती है।
चंद्र- चंद्र से प्रभावित जातक के घर में पानी की समस्या रहती है। उसकी कल्पनाशक्ति कमजोर हो जाती है। उसके घर में दुधारू पशु जैसे गाय, भैंस जीवित नहीं रह पाते और माता का स्वास्थ्य बिगड़ा रहता है।
बुध- बुध से प्रभावित जातक को नशे, सट्टे व जुए की लत लग जाती है। उसकी बेटी व बहन पर सदैव दुख मंडराता रहता है।
गुरु- गुरु से प्रभावित जातक के विवाह में विलंब होता है। उसका सोना खोने लगता है, चोटी के बाल उड़ जाते हैं, शिक्षा में बाधा आती है और अपयश का शिकार होना पड़ता है।
शुक्र- शुक्र से प्रभावित जातक को प्रेम में धोखा मिलता है। उसका अंगूठा बेकार हो जाता है, त्वचा में विकार उत्पन्न होने लगते हैं और वह स्वप्नदोष से ग्रस्त रहता है।
शनि- शनि से प्रभावित जातक घर में आगजनी होता है। उसके घर का नाश हो जाता है, पलकों व भौंहों के बाल गिरने लगते हैं और वह मुसिबतों से घिरा रहता है।
राहु- राहु से प्रभावित जातक के हाथ के नाखून झड़ जाते हैं। अगर वह घर में कोई कुत्ता पालता है तो वह मर जाता है। वह स्वंयं की बुद्धी से काम नहीं लेता। उसके बहुत से शत्रु होते हैं।
केतु- केतु से प्रभावित जातक के पैरों के नाखून झड़ जाते हैं, जोड़ों में दर्द रहता है, मूत्र संबंधित रोग होते हैं और पुत्र अस्वस्थ रहता है।
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