कार्य बाधा दूर करने के उपाय
जीवन में कई बार समस्याओं का सामना कभी ना कभी हर व्यक्ति को करना पड़ता है. समस्याएँ तो जीवन में आती रहती हैं लेकिन जब कोई समस्या नासूर बन जाए तब व्यक्ति काफी मानसिक दबाव में फंस जाता है. कुछ ऎसे व्यक्ति हैं जिन्हें समस्या तो आती है पर उसका समाधान भी शीघ्र हो जाता है लेकिन कुछ ऎसे व्यक्ति भी हैं जिन्हे बार-बार परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जिन्हें बार-बार परेशानियों से गुजरना पड़ता है उन्हें नीचे गए उपायों में से कोई भी एक उपाय अपनाकर देखना चाहिए क्योंकि इन्हें करने से आपकी समस्या का समाधान काफी हद तक मिल जाएगा.घर से बाहर निकलते समय यदि अपना दायाँ पाँव पहले बाहर निकालेगें तो आप जो भी काम करने जा रहे हैं उसमें सफलता मिलेगी.
यदि आपके कामों में लगातार बाधा आ रही हैं तब आपको सुबह सवेरे उठकर स्नानादि के बाद गीता में लिखे 11वें अध्याय का पाठ रोज करना चाहिए. इससे शीघ्र ही आपकी समस्या का समाधान हो जाएगा.
यदि बार-बार काम बिगड़ रहे हैं तब आपको घर में श्यामा तुलसी का पौधा लगाना चाहिए और संध्या समय में तुलसी के पौधे के नीचे शुद्ध घी का दीपक जलाना चाहिए. जब तक समस्या का समाधान ना हो जाएँ आप ये काम करते रहें और पूरी श्रद्धा से करें.
जब आप घर से बाहर निकल रहे हों तब ये देखें कि कौन सा स्वर चल रहा है अर्थात अपनी नाक में से श्वास बाहर छोड़े और देखें कि किस नाक से हवा ज्यादा तेजी से बाहर आ रही है! जिस नाक से हवा ज्यादा बाहर आ रही है तब उसी तरफ का पैर पहले बाहर निकालें.
कार्य बाधा दूर करने के लिए आप सुबह के समय हनुमान जी के मंदिर जाएँ और हनुमान जी के दर्शन करें फिर उनकी प्रतिमा से अपनी अंगुली में थोड़ा सिंदूर लगाएँ और सीताजी की प्रतिमा के समक्ष अपनी समस्या को कह डालें. समस्या कहने के बाद उस सिंदूर को माता सीता के चरणों पर लगा दें. मान्यता है कि 9 दिन में समस्या का समाधान हो जाएगा.
थोड़े से दाने चावल के लेकर उन्हें महीन पीस लें और पीसने के बाद थोड़ी हल्दी मिला दें. हल्दी मिले मिश्रण से घर के प्रवेश द्वार पर ऊँ लिख दें. ऎसा करने पर घर में किसी प्रकार की बाधा नहीं आएगी.
यदि आपके व्यवसाय में किसी प्रकार की कोई बाधा आ रही है अथवा व्यवसाय में स्थिरता नहीं है तब सफेद कपड़े की ध्वजा (पताका अथवा झण्डा) पीपल के वृक्ष पर लगा दें इससे व्यवसाय में प्रगति होगी.
जब भी आप किसी काम के लिए बाहर जाते हैं तब एक सिक्का अथवा अपनी सामर्थ्यानुसार कुछ पैसे हाथ में लेकर बाहर निकलें और रास्ते में किसी भिखारी को दें दें, इससे भी कार्यों की बाधा दूर होती है.
दीवाली से पहले धनतेरस से “श्रीगणेश स्तोत्र” का पाठ लगातार तीन (दीवाली तक) दिन तक करें और पाठ के बाद गाय को हरी घास अथवा कोई हरी सब्जी खिला दें, ऎसा करने से कई प्रकार की बाधाएँ दूर हो जाती है.
भगवती दुर्गा को यदि 21 दिन तक लगातार गहरे लाल रँग के फूल अर्पित कर के धूप-दीप जलाकर 108 बार दुर्गा के बीज मंत्र का जाप किया जाए तब कार्यों में बाधाएँ नहीं आएंगी.
प्रात: समय में दीपक जलाकर उसमें दो अखंडित लौंग अर्थात बिना टूटी लौंग डाल देने के बाद घर से बाहर जाने से कार्य में आने वाली रुकावट दूर होती है.
शनिवार के दिन सरसों का तेल व काली उड़द की दाल दान देने से समस्त बाधाएँ दूर होती हैं.
गीता के 11वें अध्याय के 36वें श्लोक को लाल स्याही से लिखकर घर में टांग दें इससे घर की सारी बाधाएँ दूर होगी.
घर से बाहर जाते समय दही में मीठा मिलाकर खाएँ इससे कार्य बाधा दूए होगी.
तुलसी के 4/5 पत्ते खाकर घर से बाहर निकलेगें तब कार्यों की रुकावट दूर होगी.
पाँच बत्ती का दीया बनाकर उसे हनुमान जी के मंदिर में जलाकर आने से परेशानियों से छुटकारा मिल जाता है.
सुबह सवेरे उठकर माता भगवती दुर्गा को पाँच लाल पुष्प चढ़ाकर पूजा करने से भी कार्यों में सफलता मिलती है.
अश्विनी नक्षत्र में पीपल का बांदा लाकर लाल धागे में लपेटकर बाई भुजा (Right Arm) पर बाँधने से कार्यों में आने वाली बाधाओं से राहत मिलेगी.
यदि आपकी कुंडली के लग्न में राहु अथवा केतु स्थित है तब आपको राहु अथवा केतु के मंत्र जाप प्रतिदिन संध्या समय में करने चाहिए. ऎसा करने से राहु/केतु के कारण जो बाधाएँ आ रही हैं वह दूर होगी.
एक सुपारी पर मौली का धागा लपेटकर उसे गणपति के रुप में स्थापित किया जाता है आप भी ऎसा ही करें. सुपारी पर मौली लपेटकर उसे गणपति के रुप में स्थापित कर के संक्षिप्त सा पूजन करें. ऎसा करने पर कार्य सफल होगें.
घर में एक श्यामा तुलसी का पौधा लगाएँ और उसे प्रतिदिन अर्ध्य देकर धूप भी दिखाएँ. ऎसा करने पर पूरा दिन सफल रहेगा.
आप किसी विशेष कार्य को करने जा रहे हैं तब एक नारियल पर कुंकम का तिलक कर के अपने साथ ले जाएँ. ऎसा करने पर कार्य सफल रहेगा और कार्य सफल हो जाता है तब उस नारियल को उचित दक्षिणा के साथ गणेश मंदिर में दे दे.
सुबह के समय भगवान शिव के समक्ष पंचमुखा दीया प्रतिदिन जलाएँ ऎसा करने पर कार्य सफल होगें.
यदि किसी मंदिर में आप अनाज के सात दाने चढ़ाते हैं तब भी आपको कार्यों में सफलता मिल जाएगी.
प्रतिदिन भगवान गणपति पर दूर्वा चढ़ाकर कार्य करने के लिए निकलने से सफलता मिलेगी.
प्रतिदिन नियमित रुप से तुलसी के पौधे में जल अर्पित कर उसकी प्रदक्षिणा(परिक्रमा) करने से आपके कार्य सफल होगें.
सुबह जब सोकर उठें तब अपना दायाँ पाँव पहले जमीन पर रखें, इससे कार्य सफल होगें.
शनिवार के दिन शाम के समय पीपल के वृक्ष के नीचे सात दीपक जलाएं, उसके बाद वृक्ष की सात बार परिक्रमा करें. सब बाधाएँ दूर होगी और कार्य सफल होगें.
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