Sunday, August 11, 2019

गोपनिय हनुमान मराठी मंत्र

 गोपनिय हनुमान मराठी मंत्र


हर कार्य में विफलता। हर कदम पर अपमान। दिल और दिमाग का काम नहीं करना। घर में रहे तो बाहर की और बाहर रहे तो घर की,सोचना। शरीर में दर्द होना और दर्द खत्म होने के बाद गला सूखना।सर का भारी रहना |घर बाहर हर स्थान पर उद्विग्नता |स्त्रियों की संतान न होना,अपमान होना |संतान का गर्भ में ही क्षय अथवा गर्भ ही न ठहरना |आय होने पर भी पता न चलना की धन गया कहाँ |अनावश्यक शारीरिक कष्ट |मन चिडचिडा होना |निर्णयों का गलत होना |हानि और पराजय | हमें मानना होगा कि भगवान दयालु है। हम सोते हैं पर हमारा भगवान जागता रहता है। वह हमारी रक्षा करता है। जाग्रत अवस्था में तो वह उपर्युक्त लक्षणों द्वारा हमें बाधाओं आदि का ज्ञान,करवाता ही है, निद्रावस्था में भी स्वप्न के माध्यम से संकेत प्रदान कर हमारी मदद करता है। आवश्यकता इस बात की है कि हम होश व मानसिक संतुलन बनाए रखें। हम किसी भी प्रतिकूल स्थिति में अपने विवेक,व अपने इष्ट की आस्था को न खोएं, क्योंकि विवेक से बड़ा कोई साथी और भगवान से बड़ा कोई
मददगार नहीं है। इन बाधाओं के निवारण हेतु मै एक अचुक और शीघ्र फलदायी शाबर मंत्र दे रहा हु-

साधना विधान:-
किसी भी हनुमान मंदिर जाकर,तेल का दीपक जलाये,धूप जलाये और उनके सामने एक नारियल रखे.अब कपुर का टीकिया उनके सामने अग्नी से प्रज्वलित करे और मंत्र जाप के समय कपुर बुझना नही चाहिये मतलब कपुर जलता रहेना चाहिये.मंत्र का 108 बार जाप 7 दिनो तक हनुमान मंदिर मे करना जरुरी है,यह विधान करने से मंत्र सिद्ध होगा.

मंत्र:-

|| रामदुत हनुमान, शंकराचा अवतार भुत कातर, प्रेत कातर, झोटिन्ग कातर, स्मशान ची शक्ती कातर कब्रस्तान ची शक्ती कातर, आसरा कातर, सटवी कातर,दैत कातर, जिन-जिन्नात कातर, बाई कातर-मानुस कातर, सारे बंधन कातर, नाही कातरशील, माझी आण-माझ्या गुरूची आण, श्रीराम प्रभु ची आण,छु वाचापूरी ||

3 अगरबत्ती लेकर जिन्हे जलाना भी है और 7 मंत्र बोलकर पीडीत को अगरबत्ती से झाडा लगाने से सारे बंधन कट जायेगे.

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विशेष सुचना

( जो भी मंत्र तंत्र टोटका इत्यादि ब्लॉग में दिए गए है वे केवल सूचनार्थ ही है, अगर साधना करनी है तो वो पूर्ण जानकार गुरु के निर्देशन में ही करने से लाभदायक होंगे, किसी भी नुक्सान हानि के लिए प्रकाशक व लेखक जिम्मेदार नहीं होगा। )