ध्यान के द्वारा स्मृति तेज करने का अनुभूत प्रयोग
सुखासन में बैठिये पुरब दिशा के सामने मुख किजिए मन और दृष्टि कुटस्थ में रखिये,
मन्त्र
"" ॐ श्रीम् ह्रीम् सरस्वत्यै नमः""
ॐ- मूलाधार - पृथ्वी मुद्रा
श्रीम् - स्वाधिष्ठान- वरुणमुद्रा
ह्रीम् - मणिपुर – अग्नि मुद्रा
सरस्वत्यै - अनाहत– वायु मुद्रा
नमः - विशुद्ध –शून्य मुद्रा
चक्र के अनुसार मुद्रा डालना! तनाव डालना, एकाग्रता रखना! अथवा ज्ञान मुद्रा अथवा सहज मुद्रा लगा के कूटस्थ में इस मंत्र करे!
108 बार कम से कम 41 दिन सुबह और शाम पढ़ने से स्मृति लभ्य होगा!
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