Tuesday, March 14, 2017

किस देवता से क्या याचना करें KIS DEVTA SE KYA PRATHNA KREN

किस देवता से क्या याचना करें KIS DEVTA SE KYA PRATHNA KREN

दक्षिणा 2100 /- ज्योतिष तंत्र मंत्र यंत्र टोटका वास्तु कुंडली हस्त रेखा राशि रत्न,भूत प्रेत जिन जिन्नात बुरे गंदे सपने का आना, कोर्ट केस, लव मैरिज, डाइवोर्स, वशीकरण पितृ दोष कालसर्प दोष चंडाल दोष गृह क्लेश बिजनस विदेश यात्रा, अप्सरा परी साधना, अघोर साधनायें , समशान तांत्रिक साधनायें, सास बहु, सास ससुर, पति पत्नी, जेठ जेठानी, देवर देवरानी, नन्द नन्दोई, साला साली, सभी झगड़े विवाद का हल व वशीकरण कार्य किया जाता है      

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-सूर्य से आरोग्य की,
-अग्नि से श्री की,
- शिव से ज्ञान की,
-विष्णु से मोक्ष की,
-हनुमान से संकट, विघ्न हरण की
-दुर्गा आदि से रक्षा की,
- भैरव आदि से कठिनाइयों से पार पाने की,
-सरस्वती से विद्या के तत्त्व की,
-लक्ष्मी से ऐश्वर्य-वृद्धि की,
-पार्वती से सौभाग्य की,
-शची से मंगल वृद्धि की,
-स्कंद से संतान वृद्धि की
-काली से सभी बाधाओं के समूल नाश की
-बगलामुखी से स्तंभन और उच्चाटन की
-श्री विद्या त्रिपुर सुंदरी से सुख समृद्धि ,पारिवारिक सुख की
-कुल देवता से परिवार के सुरक्षा की
- गणेश से सभी वस्तुओं की इच्छा (याचना) करनी चाहिए।
कारण
-------- यद्यपि कोई भी शक्ति अन्य याचना भी पूर्ण करने में समर्थ होती है ,किन्तु जो उसका स्वाभाविक गुण है वह उसे अधिक आसानी से कर सकती है इतने देवी देवता और इतने मन्त्रों की परिकल्पना और निर्माण हमारे ऋषियों -पूर्वजों ने नहीं किया होता |हर मंत्र की अपनी अलग ऊर्जा होती है ,हर भाव की अपनी अलग मानसिक तरंग होती है ,जो उसी तरह की शक्ति को आकर्षित कर उससे जुडती है |विपरीत भाव ,विपरीत मंत्र ,विपरीत कल्पना से शक्ति बिखर जाती है |जिस शक्ति के पास जो गुण अधिक होगा उसे वह आसानी से कर पाती है |
दुरूपयोग और गोपनीयता की दृष्टि से विधि अधूरी प्रकाशित की गई है

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विशेष सुचना

( जो भी मंत्र तंत्र टोटका इत्यादि ब्लॉग में दिए गए है वे केवल सूचनार्थ ही है, अगर साधना करनी है तो वो पूर्ण जानकार गुरु के निर्देशन में ही करने से लाभदायक होंगे, किसी भी नुक्सान हानि के लिए प्रकाशक व लेखक जिम्मेदार नहीं होगा। )