24 घंटे मुहूर्त 24 HOURS MUHURAT
दक्षिणा 2100 /- ज्योतिष तंत्र मंत्र यंत्र टोटका वास्तु कुंडली हस्त रेखा राशि रत्न,भूत प्रेत जिन जिन्नात बुरे गंदे सपने का आना, कोर्ट केस, लव मैरिज, डाइवोर्स, वशीकरण पितृ दोष कालसर्प दोष चंडाल दोष गृह क्लेश बिजनस विदेश यात्रा, अप्सरा परी साधना, अघोर साधनायें , समशान तांत्रिक साधनायें, सास बहु, सास ससुर, पति पत्नी, जेठ जेठानी, देवर देवरानी, नन्द नन्दोई, साला साली, सभी झगड़े विवाद का हल व वशीकरण कार्य किया जाता है
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किसी भी प्रकार के मंगल कार्य करने के लिए सबसे पहले मुहूर्त और चौघड़िया देखा जाता है। आज कल लोग शुभघड़ी को मुहूर्त कहने लगे हैं। दिन व रात मिलाकर 24 घंटे के समय में, दिन में
15 व रात्रि में 15 मुहूर्त मिलाकर कुल 30 मुहूर्त होते हैं अर्थात् एक मुहूर्त 48 मिनट (2 घटी) का होता है।
मुहूर्त का नाम
समय प्रारंभ
समय समाप्त
रुद्र
06.00
06.48
आहि
06.48
07.36
मित्र
07.36
08.24
पितृ
08.24
09.12
वसु
09.12
10.00
वराह
10.00
10.48
विश्वेदेवा
10.48
11.36
विधि
11.36
12.24
सप्तमुखी
12.24
13.12
पुरुहूत
13.12
14.00
वाहिनी
14.00
14.48
नक्तनकरा
14.48
15.36
वरुण
15:36
16:24
अर्यमा
16:24
17:12
भग
17:12
18:00
गिरीश
18:00
18:48
अजपाद
18:48
19:36
अहिर बुध्न्य
19:36
20:24
पुष्य
20:24
21:12
अश्विनी
21:12
22:00
यम
22:00
22:48
अग्नि
22:48
23:36
विधातॄ
23:36
24:24
कण्ड
24:24
01:12
अदिति
01:12
02:00
जीव/अमृत
02:00
02:48
विष्णु
02:48
03:36
युमिगद्युति
03:36
04:24
ब्रह्म
04:24
05:12
समुद्रम
05:12
06:00
मुहूर्त संबंधित ग्रंथ : मुहूर्त संबंधित कई ग्रंथ हैं जो वेद, स्मृति आदि धर्मग्रंथों पर आधारित है। ये ग्रंथ है- मुहूर्त मार्तण्ड, मुहूर्त गणपति मुहूर्त चिंतामणि, मुहूर्त पारिजात, धर्म सिंधु, निर्णय सिंधु
आदि। शुभ मुहूर्त जानते वक्त तिथि, वार, नक्षत्र, पक्ष, अयन, चौघड़ियां और लग्न आदि का भी ध्यान रखा जाता है।
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