मसान वास्तव में है क्या
मसानो की दुनिया भी रहस्यमयी है !मसान नाम लेते ही मस्तिष्क मे शमशान की छवि उभरती है !
मसान वास्तव में है क्या होते हैं ?
कोई शमशान का भूत अथवा कोई देवता या कोई इतर योनी या फिर कलुआ मसान का साधारणत: सीधा अर्थ लगाया जाता है शमशान |शमशान से भाव म्रत्यु उपरांत जहाँ म्रत शरीर को अंतिम संस्कार द्वारा पंच भूत में विलीन कर दिया जाए ...
अस्तु अब प्रशन यह है कि गर्भ में जो जीव पल रहा है और किसी भी कारणवश वह गर्भ खराब हो जाता है तो उस गर्भ का जीव क्या कहलाएगा ?
क्यों कि गर्भ खराब होने पर शायद ही कोई परिजन उस गर्भ में पल रहे जीव का कोई संस्कार करते हो !
इस संदर्भ में जो भी मुझे गुरुजनो से मालूम हुआ है वह निम्न प्रकार है ;
कच्चा मसान/गुम मसान :
जो जीव गर्भ में ही समाप्त हो जाए! कच्चा कलुआ : जो बच्चा दूध पीता हो और अन्न ग्रहन करने से पहले ही यदि उसकी म्रत्यु हो जाए !
पितर :
जब बालक (जीव) अन्न ग्रहन करने लगे (साधारण तौर पर बच्चा ६ मास तक अन्न ग्रहन करने लग जाता है). और उस जीव का विवाह ना हो चाहे उस की आयु चाहे ८० वर्ष ही क्यों ना हो जाए. ऐसा जीव मर्त्यु उपरान्त पितर योनी मे जाता है !
ऊत :
जिस का विवाह तो हुआ हो लेकिन उस की कोई संतान ना हो !
इसके अतिरिक्त मुंजा. ब्रहम राक्षस.खवीस और अनको योनिया भी है !
मसान कोई भी हो अधिकतर यह अत्यंत शक्तिशाली होते हैं क्योंकि इनके साथ ओनाड का देव स्वयं रूप होता है !
यदि बच्चा पैदा हो जाए तो उसकी नाल को काटदिया जाता है किन्तु जब गर्भपात हो जाए तो ऐसा नहीं हो पाता और गर्भ के जीव (कच्चा मसान) का सीधा संबध विष्णु शक्ति की माया (ब्रह्माड पुरष) से जुडा रह जाता है जो कि उस जीव को लगभग अजेय बना देती है !
आम तौर पर यही धारणा है कि गर्भपात होने पर उस गर्भ के जीव का खेल समाप्त लेकिन नहीं वो जीव तो स्वयं माया का सहभागी हो कर शेष संसार से अपना एक अलग ही खेल खेलता है |
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