Sunday, January 14, 2018

सूर्य के बारह रूप भाव

सूर्य के बारह रूप भाव

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सूर्य का रूप पिता के रूप मे माना जाता है,

पहले भाव का सूर्य अपना पिता होता है,

दूसरे भाव का सूर्य जीवन साथी के ताऊ के रूप मे जाना जाता है

तीसरा सूर्य जीवन साथी का पिता माना जाता है

चौथा सूर्य माता का पिता माना जाता है

पंचम सूर्य भाभी का पिता माना जाता है

छठा सूर्य जीवन साथी के मामा मौसी का पिता माना जाता है

सप्तम सूर्य जीवन साथी का पिता माना जाता है

अष्टम सूर्य खुद के ताऊ के रूप मे जाना जाता है

नवा सूर्य खुद के पिता के रूप मे होता है

दसवा सूर्य भाभी के मामा के रूप मे माना जाता है

ग्यारहवा सूर्य पुत्र वधू के पिता के रूप मे जाना जाता है

बारहवा सूर्य खुद की मामी मौसा का पिता का माना जाता है

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विशेष सुचना

( जो भी मंत्र तंत्र टोटका इत्यादि ब्लॉग में दिए गए है वे केवल सूचनार्थ ही है, अगर साधना करनी है तो वो पूर्ण जानकार गुरु के निर्देशन में ही करने से लाभदायक होंगे, किसी भी नुक्सान हानि के लिए प्रकाशक व लेखक जिम्मेदार नहीं होगा। )