Friday, January 12, 2018

होली के टोटके

होली के टोटके


दक्षिणा 2100 /- ज्योतिष तंत्र मंत्र यंत्र टोटका वास्तु कुंडली हस्त रेखा राशि रत्न,भूत प्रेत जिन जिन्नात बुरे गंदे सपने का आना, कोर्ट केस, लव मैरिज, डाइवोर्स, वशीकरण पितृ दोष कालसर्प दोष चंडाल दोष गृह क्लेश बिजनस विदेश यात्रा, अप्सरा परी साधना, अघोर साधनायें , समशान तांत्रिक साधनायें, सास बहु, सास ससुर, पति पत्नी, जेठ जेठानी, देवर देवरानी, नन्द नन्दोई, साला साली, सभी झगड़े विवाद का हल व वशीकरण कार्य किया जाता है      
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अगर आप अक्सर दुर्घटनाग्रस्त होते रहते हैं तो इस होली पर अपनी सुरक्षा के लिए आजमाएं यह आसान उपाय।
दुर्घटना से बचाव के लिए होलिका दहन से पहले पांच काली गोप/गुंजा/धागा/डोरा लेकर होली की पांच परिक्रमा लगाकर अंत में होलिका की ओर पीठ करके पांचों गुंजाओं को सिर के ऊपर से पांच बार उतारकर सिर के ऊपर से होली में फेंक दें।
दिन प्रातः उठते ही किसी ऐसे व्यक्ति से कोई वस्तु न लें, जिससे आप द्वेष रखते हों।
सिर ढंक कर रखें।
किसी को भी अपना पहना वस्त्र या रुमाल नहीं दें।
सावधानी : इस दिन शत्रु या विरोधी से पान, इलायची, लौंग आदि न लें।

आजमाएं होली के छोटे और बेहद सरल उपाय

 इन उपायों को आप स्वयं आजमा सकते हैं और दूसरों को बता भी सकते हैं। इन टोटकों की विशेषता है कि यह दूसरों को हानि पहुंचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किए जाते हैं।
होली की सुबह बेलपत्र पर सफेद चंदन की बिंदी लगाकर अपनी मनोकामना बोलते हुए शिवलिंग पर सच्चे मन से अर्पित करें। किसी मंदिर में शंकर जी को पंचमेवा की खीर चढ़ाएं, मनोकामना पूरी होगी।

मनचाही नौकरी पाना हो तो होली की रात बारह बजे से पहले एक दाग रहित बड़ा नींबू लेकर चौराहे पर जाएं और उसकी चार फांक कर चारों कोनों में फेंक दें। फिर वापिस घर जाएं किंतु ध्यान रहे, वापिस लौटते समय पीछे मुड़कर न देखें। यह उपाय श्रद्धापूर्वक करें, शीघ्र ही रोजगार प्राप्त होगा।

व्यापार में लाभ के लिए होली के दिन गुलाल के एक खुले पैकेट में एक मोती शंख और चांदी का एक सिक्का रखकर उसे नए लाल कपड़े में लाल मौली से बांधकर तिजोरी में रखें, व्यवसाय में लाभ होगा।

होली के अवसर पर एक एकाक्षी नारियल की पूजा करके लाल कपड़े में लपेट कर दुकान में या व्यापार स्थल पर स्थापित करें। साथ ही स्फटिक का शुद्ध श्रीयंत्र रखें। उपाय निष्ठापूर्वक करें, लाभ में दिन दूनी रात चौगुनी वृद्धि होगी।

अगर परिवार में कोई लंबे समय से बीमार हो तो उसके लिए यह उपाय चमत्कारी सिद्ध होगा। होली की रात में सफेद कपड़े में 11 गोमती चक्र, नागकेसर के 21 जोड़े तथा 11 धनकारक कौड़ियां बांधकर कपड़े पर हरसिंगार तथा चन्दन का इत्र लगाकर रोगी पर से सात बार उतारकर किसी शिव मन्दिर में अर्पित करें। व्यक्ति तुरन्त स्वस्थ होने लगेगा। यदि बीमारी गंभीर हो, तो यह शुक्ल पक्ष के प्रथम सोमवार से आरंभ कर लगातार 7 सोमवार तक किया जा सकता है।

मनचाहे वरदान के लिए होली के दिन हनुमान जी को पांच लाल पुष्प चढ़ाएं, मनोकामना शीघ्र पूरी होगी।

* अगर आप लगातार आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं तो यह उपाय आजमाना ना भूलें। यह उपाय थोड़ी मेहनत मांगता है लेकिन इसके परिणाम सुखद आते हैं।

जिस स्थान पर होलिका जलने वाली हो, उस स्थान पर गड्ढा खोदकर अपने मध्यमा अंगुली के लिए बनने वाले छल्ले की मात्रा के अनुसार चांदी, पीतल व लोहा दबा दें। फिर मिट्टी से ढककर लाल गुलाल से स्वस्तिक का चिह्न बनाएं। जब आप होलिका पूजन को जाएं, तो पान के एक पत्ते पर कपूर, थोड़ी-सी हवन सामग्री, शुद्ध घी में डुबोया लौंग का जोड़ा तथा बताशे रखें। दूसरे पान के पत्ते से उस पत्ते को ढक दें और सात बार परिक्रमा करते हुए 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का जप करें। परिक्रमा समाप्त होने पर सारी सामग्री होलिका में अर्पित कर दें तथा पूजन के बाद प्रणाम करके घर वापस आ जाएं। अगले दिन पान के पत्ते वाली सारी नई सामग्री ले जाकर पुनः यही क्रिया करें। जो धातुएं आपने दबाई हैं, उनको निकाल लाएं। फिर किसी सुनार से तीनों धातुओं को मिलाकर अपनी मध्यमा अंगुली के माप का छल्ला बनवा लें। 15 दिन बाद आने वाले शुक्ल पक्ष के गुरुवार को छल्ला धारण कर लें। जब तक आपके पास यह छल्ला रहेगा, तब तक आप कभी भी आर्थिक संकट में नहीं आएंगे। यह उपाय चल रही घोर आर्थिक तंगी में बेहद कारगर हैं।

अगर आप घोर आर्थिक समस्या से ग्रस्त हैं, तो होली पर यह चंद्र टोटका अवश्य करें। होली की रात में चंद्रोदय होने के बाद अपने घर की छत पर या खुली जगह जहां से चांद नजर आए पर खड़े हो जाएं। फिर चंद्रमा का स्मरण करते हुए चांदी की प्लेट में सूखे छुहारे तथा कुछ मखाने रखकर शुद्ध घी के दीपक के साथ धूप एवं अगरबत्ती अर्पित करें। अब दूध से अर्घ्य प्रदान करें। अर्घ्य के बाद कोई सफेद प्रसाद तथा केसर मिश्रित साबूदाने की खीर अर्पित करें। चंद्रमा से आर्थिक संकट दूर कर समृद्धि प्रदान करने का निवेदन करें। बाद में प्रसाद और मखानों को बच्चों में बांट दें।

फिर लगातार आने वाली प्रत्येक पूर्णिमा की रात चंद्रमा को दूध का अर्घ्य अवश्य दें। कुछ ही दिनों में आप महसूस करेंगे कि आर्थिक संकट दूर होकर समृद्धि निरंतर बढ़ रही है।


होली पर किए जाने वाले विशेष टोटके

 होली का पर्व उपाय की दृष्टि से अत्यधिक फल देने वाला होता है इस दिन किए गए टोटके शीघ्र फल देते हैं, अतः इस दिन उपाय करना श्रेयस्कर है...

. नींव रखने से पहले आप जिस जगह अपना व्यापार शुरू करना चाहते हैं या भवन बनाना चाहते हैं वह स्थान आपको पूरी अनुकूलता दे इसके लिए आप होली के दिन वास्तु यंत्र को पीले रंग के वस्त्र पर स्थापित कर लें। उसका पहले धूप, दीप, नैवेद्य अर्पित कर पूजन करें और निम्न मंत्र को 75 बार जप कर नींव में ही दबा दें। भवन हो या व्यापार स्थल, आपके अनुकूल बना रहेगा। व्यापार में वृद्धि होगी, भवन में रहने वाले सुखी रहेंगे। मंत्र- ¬ नमो वैश्वानर वास्तु रुपाय, भूपति त्वं मे देहि दापय स्वाहा। वास्तु दोष निवारण अपने घर की सुरक्षा के लिए वास्तु यंत्र को ऊपर लिखे मंत्र का 51 बार जप कर आंगन में दबा दें। यह संभव न हो तो घर से बाहर जहां पौधे लगे हों, वहां दबा दें। ऐसा करने से हर प्रकार से आपका घर सुरक्षित रहेगा। इसमें श्रद्धा का होना आवश्यक है। गृह क्लेश एवं दरिद्रता निवारण घर के क्लेश, दुख, दरिद्रता आदि समाप्त हांे, इसके लिए शुद्ध वास्तु यंत्र लेकर केसर से सभी सदस्यों का नाम लिख लें और ऊपर दिए गए मंत्र का ग्यारह बार जप करें। यह उपाय होली से पहले पांच दिन तक करें। इसके पश्चात यंत्र को होली की अग्नि में डाल दें- क्लेश, दुख, दरिद्रता आदि का नाश हो जाएगा।

 शत्रु पर विजय मुकदमे में सफलता प्राप्त करने के लिए, शत्रु पक्ष को निर्बल करने के लिए एक कागज पर हल्दी से नीचे लिखा मंत्र लिख लें। फिर बगलामुखी का ध्यान करते हुए उसे उसी कागज में मौली से बांध दें। नीचे लिखे मंत्र का 41 बार जप करें। ऐसा पांच दिन तक करें और होली के दिन यंत्र को दुर्गा मंदिर में चढ़ा दें। मंत्र- ¬ ींीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिह्नां कीलय बुद्धिं नाशय ींीं ¬ नमः। नियम व श्रद्धा का होना आवश्यक है। नजर दोष भोजन को बुरी नजर से बचाने के लिए उसमें से प्रत्येक पदार्थ थोड़ा थोड़ा लेकर एक पŸो पर रखें और उस पर गुलाल बिखेरें। बाद में उसे रास्ते में रख दें। बुरी नजर का प्रभाव जाएगा, फिर सभी सदस्य आराम से भोजन कर सकते हैं। आर्थिक स्थिति में सुधार यदि आर्थक स्थिति खराब हो, तो शुक्रवार (शुक्ल पक्ष) को एकाक्षी नारियल पर सिंदूर, धूप, दीप, नैवेद्य चढ़ा कर लाल वस्त्र में बांधकर माता लक्ष्मी से प्रार्थना करें, लक्ष्मी चालीसा का पाठ करें व एकाक्षी नारियल को अपने व्यवसाय स्थल पर रखें। यदि होली के दिन यह उपाय कर लें, तो सोने पर सुहागा। परीक्षा में सफलता यदि परीक्षा में अंक अच्छे नहीं आते, बार बार असफलता मिलती हो तो गुरु-पुष्य योग का शुक्ल पक्ष के बुधवार को गणपति के मंदिर में सिंदूर का दान करें। यह निश्चित है कि श्रद्धा विश्वास के साथ ऐसा उपाय करने से परीक्षा में परिश्रम से अधिक सफलता प्राप्त होगी। जिन्हें यह समस्या है वह यह उपाय निर्देशानुसार अवश्य करें व लाभ उठाएं। परीक्षाएं आने वाली भी हैं। साथ साथ पढ़ाई करना तो आवश्यक है, भगवान उसमें सहायता करेंगे। कर्ज मुक्ति यदि आप लगातार कर्जों से परेशान हों या व्यवसाय में बाधा आ रही हो, या किसी भी प्रकार आय में वृद्धि नहीं हो पा रही हो तो एक सियार सिंगी होली के दिन एक चांदी की डिब्बी में रख लें व प्रत्येक पुष्य नक्षत्र में सिंदूर चढ़ाते रहें। ऐसा करने से आप की उपर्युक्त सभी समस्याएं दूर हो जाएंगी व शीघ्र ही फल की प्राप्ति होगी

कुछ उपयोगी टोटके 

 मनोकामना की पूर्ति हेतु स होली के दिन से शुरू करके प्रतिदिन हनुमान जी को पांच लाल पुष्प चढ़ाएं, मनोकामना शीघ्र पूर्ण होगी। स होली की प्रातः बेलपत्र पर सफेद चंदन की बिंदी लगाकर अपनी मनोकामना बोलते हुए शिवलिंग पर सच्चे मन से अर्पित करें। बाद में सोमवार को किसी मंदिर में भोलेनाथ को पंचमेवा की खीर अवश्य चढ़ाएं, मनोकामना पूरी होगी। रोजगार प्राप्ति हेतु स होली की रात्रि बारह बजे से पूर्व एक दाग रहित बड़ा नीबू लेकर चौराहे पर जाएं और उसकी चार फांक कर चारों कोनों में फेंक दें। फिर वापिस घर जाएं किंतु ध्यान रहे, वापिस जाते समय पीछे मुड़कर न देखें। उपाय श्रद्धापूर्वक करें, शीघ्र ही बुरे दिन दूर होंगे व रोजगार प्राप्त होगा। स्वास्थ्य लाभ हेतु स मृत्यु तुल्य कष्ट से ग्रस्त रोगी को छुटकारा दिलाने के लिए जौ के आटे में काले तिल एवं सरसों का तेल मिला कर मोटी रोटी बनाएं और उसे रोगी के ऊपर से सात बार उतारकर भैंस को खिला दें। यह क्रिया करते समय ईश्वर से रोगी को शीघ्र स्वस्थ करने की प्रार्थना करते रहें। व्यापार लाभ के लिए स होली के दिन गुलाल के एक खुले पैकेट में एक मोती शंख और चांदी का एक सिक्का रखकर उसे नए लाल कपड़े में लाल मौली से बांधकर तिजोरी में रखें, व्यवसाय में लाभ होगा। स होली के अवसर पर एक एकाक्षी नारियल की पूजा करके लाल कपड़े में लपेट कर दूकान में या व्यापार स्थल पर स्थापित करें। साथ ही स्फटिक का शुद्ध श्रीयंत्र रखें। उपाय निष्ठापूर्वक करें, लाभ में दिन दूनी रात चौगुनी वृद्धि होगी। धनहानि से बचाव के लिए स होली के दिन मुखय द्वार पर गुलाल छिड़कें और उस पर द्विमुखी दीपक जलाएं। दीपक जलाते समय धनहानि से बचाव की कामना करें। जब दीपक बुझ जाए तो उसे होली की अग्नि में डाल दें। यह क्रिया श्रद्धापूर्वक करें, धन हानि से बचाव होगा। दुर्घटना से बचाव के लिए स होलिका दहन से पूर्व पांच काली गुंजा लेकर होली की पांच परिक्रमा लगाकर अंत में होलिका की ओर पीठ करके पांचों गुन्जाओं को सिर के ऊपर से पांच बार उतारकर सिर के ऊपर से होली में फेंक दें। स होली के दिन प्रातः उठते ही किसी ऐसे व्यक्ति से कोई वस्तु न लें, जिससे आप द्वेष रखते हों। सिर ढक कर रखें। किसी को भी अपना पहना वस्त्र या रुमाल नहीं दें। इसके अतिरिक्त इस दिन शत्रु या विरोधी से पान, इलायची, लौंग आदि न लें। ये सारे उपाय सावधानीपूर्वक करें, दुर्घटना से बचाव होगा। आत्मरक्षा हेतु किसी को कष्ट न पहुंचाएं, किसी का बुरा न करें और न सोचें। आपकी रक्षा होगी। स घर के प्रत्येक सदस्य को होलिका दहन में देशी घी में भिगोई हुई दो लौंग, एक बताशा और एक पान का पत्ता अवश्य चढ़ाना चाहिए। होली की ग्यारह परिक्रमा करते हुए होली में सूखे नारियल की आहुति देनी चाहिए। इससे सुख-समृद्धि बढ़ती है, कष्ट दूर होते हैं। अनबन दूर करने के लिए स होली के दिन 5-5 रत्ती के 5 मोतियों का ब्रेसलेट पहनें। इसके अतिरिक्त हर पूर्णिमा को चांदी के पात्र में कच्चा दूध डाल कर चंद्रमा को अर्घ्य दें, पति-पत्नि की आपसी संबंधों में मधुरता आएगी। मतभेद दूर करने के लिए स पुत्र की पिता से न बनती हो तो अमावस्या, चतुर्दशी या ग्रहण के दिन पुत्र पिता के जूतों से पुराने मोजे निकाल कर उनमें नए मोजे रख दे, दोनों के बीच चल रहा वैमनस्य दूर हो जाएगा। 

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विशेष सुचना

( जो भी मंत्र तंत्र टोटका इत्यादि ब्लॉग में दिए गए है वे केवल सूचनार्थ ही है, अगर साधना करनी है तो वो पूर्ण जानकार गुरु के निर्देशन में ही करने से लाभदायक होंगे, किसी भी नुक्सान हानि के लिए प्रकाशक व लेखक जिम्मेदार नहीं होगा। )