सम्मोहन हेतु शास्त्रीय मन्त्र सिद्धिकरण विधि सहित
दक्षिणा 2100 /- ज्योतिष, तंत्र, मंत्र, यंत्र, टोटका, वास्तु, कुंडली, हस्त रेखा, राशि रत्न,भूत प्रेत, जिन, जिन्नात, बुरे गंदे सपने का आना, कोर्ट केस, लव मैरिज, डाइवोर्स, वशीकरण, पितृ दोष, कालसर्प दोष, चंडाल दोष, गृह क्लेश, बिजनस, विदेश यात्रा, अप्सरा परी साधना, अघोर साधनायें , समशान तांत्रिक साधनायें, सास बहु, सास ससुर, पति पत्नी, जेठ जेठानी, देवर देवरानी, नन्द नन्दोई, साला साली, सभी झगड़े विवाद का हल व वशीकरण कार्य किया जाता हैContact 9953255600
प्रथम मन्त्र :-
‘ओइम् हुं फट्।’
सिद्धिकरण विधि : इस मन्त्र को सिद्ध करने की बड़ी ही सरल विधि है। सूर्य अथवा चन्द्र ग्रहण के अवसर पर इस मन्त्र को 12,500 बार जपकर सिद्ध किया जा सकता है। उसके बाद जब कभी किसी भी व्यक्ति को वश में करना हो तो अभीष्ट व्यक्ति के सामने खड़े होकर 100 बार इस मन्त्र का जप करें, ऐसा करना से वह व्यक्ति साधक का अनुगामी बन जायेगा एवं कहे अनुसार आज्ञापालन करेगा।
द्धितीय मन्त्र :-
‘ओइम् हां ग जूं सः (.... .....) मे वश्य स्वाहा।’
सिद्धिकरण विधि : किसी शुभ समय एवं स्थान पर इस मन्त्र के 1,25,000 बार जपकर सिद्ध किया जा सकता है। रिक्त स्थान में उस अभीष्ट व्यक्ति का नाम लें, जिस को सम्मोहित करना है। मन्त्र सिद्ध हो जाने के पश्चात भी एक माला प्रतिदिन जपते रहें। ध्यान रहे कि इस दैनिक जप को सोने के पूर्व की जपें। जब भी अभीष्ट व्यक्ति को सम्मोहित करना हो तब उस व्यक्ति को पान, सुपारी, इलायची, पानी, शर्बत आदि इस मन्त्र से 108 बार अभिमन्त्रित करके दें। उसके सेवन से वह साधक का अनुगामी बन जायेगा एवं कहे अनुसार आज्ञापालन करेगा।
No comments:
Post a Comment