उदर रोग का एक महत्वपूर्ण प्रयोग
दक्षिणा 2100 /- ज्योतिष, तंत्र, मंत्र, यंत्र, टोटका, वास्तु, कुंडली, हस्त रेखा, राशि रत्न,भूत प्रेत, जिन, जिन्नात, बुरे गंदे सपने का आना, कोर्ट केस, लव मैरिज, डाइवोर्स, वशीकरण, पितृ दोष, कालसर्प दोष, चंडाल दोष, गृह क्लेश, बिजनस, विदेश यात्रा, अप्सरा परी साधना, अघोर साधनायें , समशान तांत्रिक साधनायें, सास बहु, सास ससुर, पति पत्नी, जेठ जेठानी, देवर देवरानी, नन्द नन्दोई, साला साली, सभी झगड़े विवाद का हल व वशीकरण कार्य किया जाता हैContact 9953255600
इस साधना को करने से पेट की तमाम बीमारियों से निज़ात पाई जा सकती है | बदहज्मी, पेट गैस, दर्द और आंव का पूर्ण इलाज हो जाता है | इसे ग्रहण काल, दीपावली और होली आदि शुभ मुहुरतों में कभी भी सिद्ध किया जा सकता है | आप दिन या रात में कभी भी कर सकते हैं | इस मंत्र को १०८ बार जप कर सिद्ध कर लें | प्रयोग के वक़्त ७ बार पानी पर मन्त्र पढ़ फूँक मारें और रोगी को पिला दें , जल्द ही फ़ायदा होगा |
मंत्र :-
ॐ नमो अदेस गुरु को शियाम बरत शियाम गुरु पर्वत में बड़ बड़ में कुआ कुआ में तीन सुआ कोन कोन सुआ वाई सुआ छर सुआ पीड़ सुआ भाज भाज रे झरावे यती हनुमत मार करेगा भसमंत फुरो मन्त्र इश्वरो वाचा
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