क्रोधशमन हेतु शाबर मन्त्र प्रयोग विधि सहित
दक्षिणा 2100 /- ज्योतिष, तंत्र, मंत्र, यंत्र, टोटका, वास्तु, कुंडली, हस्त रेखा, राशि रत्न,भूत प्रेत, जिन, जिन्नात, बुरे गंदे सपने का आना, कोर्ट केस, लव मैरिज, डाइवोर्स, वशीकरण, पितृ दोष, कालसर्प दोष, चंडाल दोष, गृह क्लेश, बिजनस, विदेश यात्रा, अप्सरा परी साधना, अघोर साधनायें , समशान तांत्रिक साधनायें, सास बहु, सास ससुर, पति पत्नी, जेठ जेठानी, देवर देवरानी, नन्द नन्दोई, साला साली, सभी झगड़े विवाद का हल व वशीकरण कार्य किया जाता हैContact 9953255600
क्रोधशमन शाबर मन्त्र :
मन्त्र - (1) ओइम् ह्रीं ठीं ठीं क्रोध प्रशमन ह्रीं ह्रीं हां क्लीं सः सः स्वाहां
प्रयोग विधि - किसी क्रोधित व्यक्ति को शान्त करना हो तब इस मन्त्र को पढ़ते हुए अपने कपड़े जैसे धोती, अंगोछा, लुंगी, कुर्ता आदि पर एक गांठ लगा लें। इस तरह मन्त्र को सात बार पढ़कर कपड़े पर सात गांठें लगायें। फिर वही वस्त्र पहने हुए, उस व्यक्ति के पास जायें। निश्चय ही उसका क्रोध शान्त हो जायेगा। कलह निवारण, शान्ति स्थापना एवं सन्धि प्रस्ताव के समय यह बहुत ही उपयोगी होता है। मन्त्र पढ़ते समत उस व्यक्ति की कल्पना कर लेनी चाहिए, जिसके पास जाना हो।
मन्त्र - (2) ओइम् शान्तं प्रशान्तं सर्वक्रोध प्रशमति स्वाहा।
प्रयोग विधि - एक लोटा जल लेकर उसको इस मन्त्र से 21 बार अभिमन्त्रित करें, फिर उसी जल से तीन बार मुंह पर छीटे मारकर धोयें। क्रोध शान्त हो जायेगा।
No comments:
Post a Comment