BEING A BILLIONAIRE अरबपति क्या बन पाएंगे
रुपया पैसा कमाना हर एक इंसान की चाहत होती है धन कमाने की चाहत भी ऐसी होती है जो कभी खत्म नही होती है।आज इसी बारे में बात करेंगे क्या लखपति बन पायेगें या करोड़पति बनेगे या अरबपति बन पायेगे आदि??
कुंडली का दूसरा भाव रुपये पैसे और धन कितना होगा आदि का है तो
ग्यारहवां भाव धन कमाने के रास्ते और कितना धन कमाएंगे इसका है
गुरु शुक्र बुध धन सम्बन्धी ग्रह है।अब दूसरा भाव/दूसरे भाव का स्वामी साथ ही ग्यारहवां भाव/ग्यारहवें भाव का स्वामी बलवान स्थिति में, शुभ स्थिति में है और ज्यादा से ज्यादा अनुकूल ग्रहो के साथ सम्बन्ध में है धन ग्रह गुरु शुक्र बुध भी बलवान और शुभ स्थिति में है तब लखपति जरूर बन जायेगे
दूसरा भाव, भाव स्वामी/ग्यारहवां भाव, ग्यारहवें भाव स्वामी अधिक से अधिक बलवान है और दोनो भाव स्वामी आपस मे सम्बन्ध में है औऱ कुंडली के राजयोग ग्रहो केंद्र त्रिकोण भाव स्वामियों के साथ शुभ स्थिति में सम्बन्ध में है गुरु शुक्र बुध बलवान है या दूसरे भाव स्वामी दूसरे भाव मे और ग्यारहवे भाव स्वामी ग्यारहवे भाव मे राजयोग बनाकर बैठे है तब बड़े करोड़पति बनना तय है
जबकि ऎसी स्थिति होने के साथ साथ जन्मकुंडली के दूसरे व ग्यारहवे भाव स्वामी नवमांश कुंडली में भी जाकर बलवान है और राजयोग में है साथ ही होरा कुंडली(धन कुंडली)में भी धनयोग योग बने हुए है तब करोड़पति से अरबपति तक बन जायेंगे
लेकिन धन सम्बन्धी ग्रह अस्त, नीच के, किसी तरह अशुभ योगो आदि में न हो, पीड़ित नही होने चाहिए।अब औऱ आसान तरह से कुछ उदाहरणो से समझते है कौन लोग लखपति तक रहेंगे, करोड़पति तक बन पायेगे और करोड़पति से अरबपति कौन लोग बन पायेगे??
उदाहरण मेष लग्न1:-
मेष लग्न दूसरे भाव स्वामी शुक्र और ग्यारहवें भाव स्वामी शनि दोनो ग्रह और यह दोनो भाव बलवान है बलवान होकर आपस मे सम्बन्ध में है तब लखपति बन जायेंगे।अब यही दोनो भाव बलवान हैं और दोनो भाव स्वामी शुक्र शनि बलवान होकर राजयोग ग्रहो से सम्बन्ध में है तब करोड़पति बन जायेंगे या शनि दूसरे भाव मे और शुक्र ग्यारहवें भाव मे बलवान होकर बैठे हैं और पीड़ित व अशुभ नही है किसी भी तरह तब करोड़पति तक बनेंगे।।
उदाहरण अनुसार कन्या लग्न2:-
कन्या लग्न यहाँ दूसरे भाव स्वामी शुक्र व ग्यारहवें भाव स्वामी चन्द्र दोनो बलवान होकर दूसरे ग्यारहवे घर मे ही बैठे हैं तब करोडपति बन जायेंगे और यह शुक्र चन्द्र नवमांश कुंडली मे भी अत्यंत बलवान है और राजयोग में है जन्मकुंडली में शक्तिशाली राजयोग है तब अरबपति बनना तय है लेकिन सामान्य बलवान होकर दूसरे ग्यारहवे भाव सहित शुक्र चन्द्र राजयोग बनाकर बुध या गुरु के साथ बैठे है लखपति बनेगे केवल।।
उदाहरण अनुसार कुम्भ लग्न3:-
कुम्भ लग्न में दूसरे औऱ ग्यारहवें भाव स्वामी गुरु है अब गुरु बलवान होकर उच्च होकर छठे भाव मे शुभ स्थिति में हैं तब बड़े लखपति बनना तय है, अब साथ ही दूसरे भाव पर यहाँ राजयोग ग्रह शुक्र बुध मंगल सूर्य जैसे ग्रहो की दृष्टि है या यह ग्रह बैठें तब करोड़पति बन जायेंगे जबकि नवमांश में भी यहाँ गुरु बलवान हैं राजयोग में भी हैं और साथ ही होरा कुंडली मे भी धन स्थिति अच्छी हैं तब अरबपति तक बन जायेंगे।।
नोट:-
धन सम्बन्धी शक्तिशाली महादशा अन्तर्दशाये व गोचर ग्रहो का समय आने पर या जब समय आएगा धन सम्बन्धी ग्रहो का तब लखपति, करोड़पति, अरबपति आदि बनने का जो भी योग स्थिति होगी तब उसी समय बन पायेगे बाकी उपरोक्त उदाहरण अनुसार लखपति, करोड़पति, अरबपति बनने के योगो के साथ कुंडली का रोजगार भाव दसवाँ भाव भी राजयोग और अच्छे रोजगार की स्थिति में होना भी जरूरी है तब पूर्ण रूप से लखपति, करोड़पति, अरबपति पूर्णतः बन पायेगे।।
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