जय जय
माता-पिता-गुरु की जय जय, जय जय श्री गणेश॥जय गायत्री, जय इष्ट देव, जय ब्रह्मा, विष्णु, महेश॥
जय लक्ष्मी माँ, जय काली माँ॥
जय शारदा माँ, जय जय जय॥
जय तुलसी जय गौ माता, नवदुर्गाओं की जय जय॥
जय कुलदेव जय कुलदेवी, ग्रामदेव की जय जय जय॥
जय जय जय श्रीकृष्ण की, विराट-रूप भगवान की॥
जय जय जय श्रीराम की, जय महावीर हनुमान की॥
ग्रह नक्षत्रों तारों की जय॥
हो प्रभु के अवतारों की जय॥
प्रभु के नाना रूपों की जय॥
दस महाविद्याओं की जय जय॥
जय श्री राधा - सीता, जय माँ गंगा॥
जय माँ दुर्गा जय जय श्री ललिताम्बा॥
जय हो श्रीभैरवजी की, जय परमपिता परमात्मा की॥
जय हो महान् पूर्वजों की, जय मातृभूमि-भारत माँ की॥
जब धर्म पड़ा संकट में, विविध स्वरूप धरे॥
ज्ञान-भक्ति-शक्ति दे प्रभु ने, सबके दुःख हरे॥
No comments:
Post a Comment