लाल गूंजा (चिरमी) का प्रयोग
इस कि जडी को मुधु के साथ घिसकर अंजन (काजल) किया जाए तो उसे वीर, वैताल दिखाई देता है । जब ये दिखाई दे तब आप अपने किसी र्काय करने को कह करवा सकते है । यदि इस जडी को दूध मे घिसकर उसका सारे अंग पर लेपन किया जाए तो भूत-प्रेत तथा यक्ष आदि सदा उसके साथ फिरते रहते है ।
इस जड को ताँबे के ताबीज मे मढाकर जो स्त्री कटिभाग पर बाधती है उसे 9 माह मे अवश्य ही पुत्र की प्रप्ति होती है ।
इसकी जड को वशीकरण के कार्य मे भी उपयोग किया जाता है ।
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