पितृ दोष उपचार (Remedies of Pitra Dosha)
पितृ दोष शमन के लिए नियमित पितृ कर्म करना चाहिए अगर यह संभव नहीं हो तो पितृ पक्ष में श्राद्ध करना चाहिए. नियमित कौओं और कुत्तों का खाना देना चाहिए. पीपल में जल देना चाहिए. ब्राह्मणों को भोजन कराना चाहिए. गौ सेवा और गोदान करना चाहिए. विष्णु भगवान की पूजा लाभकारी है.शाम होने पर, एक देशी घी का मिट्टी का दीपक दक्षिणा दिशा मे लगाये और थोडा से गंगाजल मिलाकर पानी रख दे। फिर दक्षिण दिशा की और बाहे फैलाये यह प्रार्थना करे कि हे पितृ देवो आज के लिए बस इतना ही कर सकता हूँ इससे आप प्रसन्न हो,
फिर यह मंत्र पढे "सर्व पितृभ्यो नमः प्रेत मोक्ष प्रदोम्भवः" को तीन बार अपने मन में जपे।
झुक कर नमस्कार करे और आशीर्वाद ग्रहण करें। बाद मे ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः का उच्चारण करते हुए यह कामना करे कि मेरे पितृ को मुक्ति प्राप्त हो।
बाद मे जब दीपक बुझ जाये तो वो जल किसी वृक्ष को अर्पित कर दे। यह ध्यान रखे कि जल किसी के पैरो मे ना आये। इस प्रयोग घर के मेल सदस्य करे तो ज्यादा अच्छा हैं।
लो हो गया उपाय, ऐसा रोज करते रहे जब तक आपके सभी काम बनने ना लग जाये। फिर सप्ताह मे एक बार या महीने मे अमावस्या के दिन करते रहे तो कल्याण ही होगा। मुश्किल समय मे अपने आप सहायता मिल जायेगी। ईश्वर ने चाहा तो मुश्किल समय आयेगा ही नहीं।
मोक्षदा एकादशी का उपाय करे।
पितृ की तृप्ति के लिए व्यक्ति को हर माह अमावस से पहले आने वाली चौदस के दिन बरगद के पेड़ या पीपल के पेड़ को दूध अर्पित करना चाहिए।
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