धूप देने के सरल नियम
अगर आप किसी कारणवश रोजाना की पूजा-पाठ पर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं, घर के देवस्थान में प्रतिदिन अगरबत्ती, दीपक या धूप नहीं दे पा रहे हैं तो हमें तेरस, चौदस और अमावस्या तथा पूर्णिमा को सुबह-शाम धूप अवश्य देना चाहिए।
सुबह दी जाने वाली धूप देवगणों के लिए और शाम को दी जाने वाली धूप पितरों के लिए होती है।
* धूप देने के पूर्व घर की सफाई कर दें।
* धूप ईशान कोण में ही दें।
* पवित्र होकर-रहकर ही धूप दें।
* घर के सभी कमरों में धूप की सुगंध फैल जाना चाहिए।
* धूप देने और धूप का असर रहे, तब तक किसी भी प्रकार का संगीत नहीं बजाना चाहिए।
* हो सके तो कम से कम बात करना चाहिए।
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