ऋण (कर्ज) को किस वार को लें और किस वार को नहीं लें
ऋण (कर्ज) का लेन-देन सभी के जीवन में चलता ही रहता है। ऋण (कर्ज) को मजबूरी में किसी कारण लेन-देन ही हो तो दिन (वार) को वार को देख कर लेना चाहिये। आइये हम आपको बताते हैं कि किस दिन ऋण लेना चाहिये और किस दिन ऋण देना चाहिये।(1). सोमवार :-
सोमवार की अधिष्ठाता देवी मां पार्वती हैं। यह चर संज्ञक और शुभ वार है। इस वार को ऋण लेन-देन करने में किसी प्रकार भय या हानि नहीं होता है।
(2). मंगलवार :-
मंगलवार की अधिष्ठाता देव भगवान कार्तिकेय हैं। यह उग्र व क्रूर वार है। मंगलवार को वेद-शास्त्रों में सर्वमान्य तौर पर ऋण लेना निषिद्ध बताया गया है। मंगलवार को ऋण लेने के बदले यदि आप पर ऋण हो तो चुकाना चाहिये। मंगलवार को ऋण कदापि नहीं लेना चाहिये।
(3). बुधवार :-
बुधवार के देवता विष्णु हैं। बुधवार मिश्र संज्ञक और शुभ वार है, परन्तु ज्योतिष की भाषा में बुधवार को नपुंसक वार भी कहते हैं। यह भगवान गणेश का भी वार है। बुधवार को कर्ज देने से बचना चाहिये।
(4). गुरूवार :-
गुरूवार को के देवता ब्रह्मा हैं। गुरुवार लघु संज्ञक शुभ वार है। गुरूवार को आप किसी को ऋण नहीं दे, बल्कि ऋण यदि लेना हो तो ले लेना चाहिये। गुरूवार को ऋण लेना शुभ रहता है।
(5). शुक्रवार :-
शुक्रवार के देवता इन्द्र हैं। यह मृदु संज्ञक और सौम्य वार है। शुक्रवार को ऋण का लेन-देन कर सकते हैं।
(6). शनिवार :-
शनिवार के देवता काल हैं। शनिवार दारूण संज्ञक और क्रूर वार है। शनिवार स्थिर कार्य करने के लिए यह ठीक है। शनिवार को लिया ऋण विलंब (देर) से चुकता है और शनिवार को दिया गया ऋण बहुत परिश्रम से एवं विलम्ब से मिलता है। यदि आपने पूर्व में ऋण का लेन-देन कर रखा है तो कुछ उपाय करके ऋण लें या दें।
(7). रविवार :-
रविवार के देवता शिव हैं। रविवार स्थिर संज्ञक क्रूर वार है। रविवार को न ऋण लेना चाहिये और ना ही देना चाहिये।
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