बगल काँखबाई में फोड़े गांठ का मंत्र
शुभ मुहूर्त आदि का ध्यान रख के पहले मंत्र सिद्ध कर लेंरविवार या सोमवार को इस प्रयोग को साध्य पर करें
21 बार मंत्र पढ़ कर नीम की टहनी पत्तोें से झाड़ें 3 दिन लगातार
मंत्र
ॐ नमो काँखबाई की भरी तलाई,
तहाँ बैठे हनुमंता आई ,
पाके न फूटे न पिराये
चलैं च्छेवाल इति सहाय,
गुरु गोरक्षनाथ सहाय ||
No comments:
Post a Comment