Monday, June 25, 2018

यह अनुभवसिद्ध 5 चमत्कारी मंत्र से फौरन पूरी होती हैं मन की मुराद

यह अनुभवसिद्ध  5 चमत्कारी मंत्र से फौरन पूरी होती हैं मन की मुराद :


1) इन मंत्रों के जप या स्मरण के वक्त सामान्य पवित्रता का ध्यान रखें। जैसे घर में हो तो देवस्थान में बैठकर, कार्यालय में हो तो पैरों से जूते-चप्पल उतारकर इन मंत्र और देवताओं का ध्यान करें। इससे आप मानसिक बल पाएंगे, जो आपकी ऊर्जा को जरूर बढ़ाने वाले साबित होंगे।

शिव – शिवलिंग पर जल व बिल्वपत्र चढ़ाते हुए यह शिव मंत्र बोले व रुद्राक्ष की माला से जप भी करें-

“ॐ नमः शिवाय शुभं शुभं कुरू कुरू शिवाय नमः ॐ”

2) श्रीहनुमान – हनुमानजी को सिंदूर, गुड़-चना चढ़ाकर इस मंत्र का नित्य स्मरण या जप सफलता व यश देने वाला माना गया है –

मनोजवं मारुततुल्यवेगम् |
जितेन्दि्रयं बुद्धिमतां वरिष्थम् |
वातात्मजं वानरयूथमुख्यं |
श्री रामदूमं शरण प्रपद्ये ||

3) विष्णु – भगवान विष्णु को जगतपालक माना जाता है। इसलिए पीले फूल व पीला वस्त्र चढ़ाकर इस मंत्र से स्मरण खुशहाल रखता है –

त्वमेव माता च पिता त्वमेव |
त्वमेव बन्धुश्च सखा त्वमेव |
त्वमेव विद्या द्रविणं त्वमेव |
त्वमेव सर्व मम देवदेव ||

4) महामृंत्युजय देवता – शिव का महामृंत्युजय स्वरूप मृत्यु व काल को टालने वाला माना जाता है। इसलिए शिवलिंग पर दूध मिला जल, धतूरा चढ़ाकर यह मंत्र हर रोज बोलना संकटमोचक होता है –

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिपुष्टिवर्द्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धानान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्।।

5) श्रीगणेश – गणेशजी को दूर्वा व चुटकीभर सिंदूर व घी चढ़ाकर नीचे लिखा मंत्र बोले व कम से कम 108 बार जप करें –

“ॐ श्री विघ्नेश्वराय नमः “

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विशेष सुचना

( जो भी मंत्र तंत्र टोटका इत्यादि ब्लॉग में दिए गए है वे केवल सूचनार्थ ही है, अगर साधना करनी है तो वो पूर्ण जानकार गुरु के निर्देशन में ही करने से लाभदायक होंगे, किसी भी नुक्सान हानि के लिए प्रकाशक व लेखक जिम्मेदार नहीं होगा। )