Sunday, July 16, 2017

हत्था जोड़ी

हत्था जोड़ी

*कुछ भाई बहन जो हत्थाजोडी के बारे में नहीं जानते तो उनके मन में सवाल आरहे होंगे में उन्हें बता रहा हूँ*

हत्था जोड़ी पूजा विधि :
जब आपको हत्था जोड़ी मिले तो उसे निकाल कर एक साफ़ कटोरी में रख कर उसमे इतना तिल का तेल डालें की हत्था जोड़ी पूरी भीग जाये, और अगर तेल काम हो जाये तो फिर से तेल डालें, ऐसा करने से हत्था जोड़ी तेल सोखती है और इसे तब तक उसी कटोरी में रखे जब तक की प्रयोग न करना हो |
और जिस दिन इसका प्रयोग करना हो ( प्रायः शुक्रवार से प्रारम्भ करना चाहिए ) इसको तेल से निकाल कर इसके ऊपर सिन्दूर लगाए और बचा तेल पीपल के वृक्ष पर अर्पित कर दे , अगर तिल का तेल न हो तो आप सरसो का तेल भी प्रयोग कर सकते है |
इसके बाद एक चांदी की डिबिया लेकर उसमे सिन्दूर भरकर हत्था जोड़ी को उसमे रख दे और डिबिया को बंद करके जहा रखना चाहते है रख सकते है |
प्रातः काल स्नान ध्यान से निवृत्त होकर अपने घर के मंदिर के समीप गंगा जल या गौ मूत्र से स्थान शुद्धि कर ले और उत्तर या पूर्व की दिशा की तरफ मुख करके सफ़ेद ऊनी या सूती आसन पर बैठे एक लकड़ी के ऊपर लाल वस्त्र रख कर हत्था जोड़ी की डिब्बी खोलकर इसपर रखे |
तथा यदि धन के लिए पूजा करना चाहते है तो माता लक्ष्मी, अगर दांपत्य जीवन के लिए चाहते है तो माँ कामाख्या और अगर शिक्षा के लिए चाहते है तो माता सरस्वती को ध्यान में रख कर दिए गए मंत्रो में से उस मंत्र का उच्चारण 108 बार करे |
हत्था जोड़ी मंत्र अगर आप दांपत्य जीवन के लिए इसका प्रयोग कर रहे हो :
ॐ हाँ ग़ जू सः अमुक में वश्य वश्य स्वाहा |
हत्था जोड़ी मंत्र अगर आप धन और व्यापार के लिए इसका प्रयोग कर रहे हो :
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री महालक्ष्मयै नमः |
हत्था जोड़ी मंत्र अगर आप शिक्षा और नौकरी के लिए इसका प्रयोग कर रहे हो :
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं सरस्वतये नमः
हत्था जोड़ी क्या है :
तंत्र शास्त्र में हत्था जोड़ी एक विशिष्ट स्थान रखती है। ये साक्षात् माँ महाकाली और कामाख्या देवी का स्वरुप मानी जाती है। देखने में ये भले ही किसी पक्षी के पंजे या मनुष्य के हाथो के समान दिखे लेकिन असल में ये एक पौधे की जड़ है।
हत्था जोड़ी तांत्रिक प्रयोगों में काम आने वाली एक दुर्लभ एवं चमत्कारिक वस्तु है | ये एक प्रकार की वनस्पति बिरवा की जड़ है, लेकिन इसे दुर्लभ माना जाता है, क्योकि ये सहज उपलब्ध नहीं होती है |
इस जड़ की आकृति दो जुड़े हुए हाथों के रूप में होती है, इसलिए इसे हत्था जोड़ी कहा गया है | हत्था जोड़ी का प्रयोग दांपत्य जीवन में आ रही समस्यओं को दूर करने में, व्यापार वृद्धि में, धन प्राप्ति इत्यादि में की जाती है |
: हठ जोड़ी मुख्य रूप में प्रयोग किया जाता है:
बुराई आँखें, भूत, आत्माओं प्रभाव से सुरक्षा के लिए एक ढाल के रूप में।
तांत्रिक शक्ति और बुरे प्रभावों।
यह भी दुर्घटना या आकस्मिक नुकसान से अपने स्वामी की रक्षा करता है।
यह vashikaran और सम्मोहन की शक्ति है।
इसलिए यह बहुत शक्तिशाली है आप की ओर किसी और ऐसे वरिष्ठ नागरिकों, अधिकारियों और प्रभावशाली व्यक्तियों के रूप में किसी के जीतने पक्ष आकर्षित हो।
कुछ अन्य लाभ और हठ जोड़ी के महत्व
हठ जोड़ी अच्छी किस्मत लाने, भाग्य में बहुत उपयोगी है
धन और धन को आकर्षित करने के लिए।
यह अदालती मामलों, कानून सूट में जीत देता है
यह भी साक्षात्कार में सफलता लाता है, अन्य और बढ़ती आकर्षण से अधिक प्रभाव बढ़ रही है।
यह सही वैदिक विधि के साथ सक्रिय और उपयोग किया जाता है अगर ठीक से वह अपने सभी लाभ दे सकते हैं।
कैसे हठ जोड़ी इसका लाभ प्राप्त करने के लिए किया जाता है?
वहाँ एक उचित प्रक्रिया को सक्रिय करने और जीवन में सफलता हासिल करने के लिए और इतने उल्लेख कदम नीचे के रूप में अच्छी तरह से हठ जोड़ी के साथ मामला है अगर सही ढंग से और पूरी भक्ति के साथ पीछा किया दिव्य और इस अद्भुत दुर्लभ उत्पाद का शुभ सक्रिय कर देंगे है
एक शुद्ध हठ जोड़ी पहले रविवार को शुभ अवसर पर पवित्र गंगा जल से धोया जाना चाहिए।
धोने के बाद वह अपने पानी सूखने तक तक लाल कपड़े पर रखा जाना चाहिए।
यह पूर्ण शुद्ध सरसों के तेल में डूब जाना चाहिए उसके बाद किया और रखा इसे कहीं भी पवित्र या पवित्र स्थान, धन के रूप में इस तरह के
डेली देख या इसे और प्रकाश व्यवस्था के सार या धूप और अधिक अनुकूल माना जाता है और समृद्धि लाता है पर देख रहे हैं।

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विशेष सुचना

( जो भी मंत्र तंत्र टोटका इत्यादि ब्लॉग में दिए गए है वे केवल सूचनार्थ ही है, अगर साधना करनी है तो वो पूर्ण जानकार गुरु के निर्देशन में ही करने से लाभदायक होंगे, किसी भी नुक्सान हानि के लिए प्रकाशक व लेखक जिम्मेदार नहीं होगा। )