Thursday, November 14, 2019

काल सर्प योग और उसका निराकरण

काल सर्प योग और उसका निराकरण


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काल सर्प योग और उसका आसान निराकरण

काल सर्प योग कुंडली का एक योग है।प्रायः ज्योतिषी काल सर्प योग की चर्चा करते रहते है और उसकी शांति का उपाय कराते रहते है।कुंडली मे जब सारे ग्रह राहु और केतु केमध्य आ जाते है तो काल सर्प योग होता है।इस योग के नागों के नाम पर होता है और कई तरह का होता है।
इस योग में जन्म लेने वाले का सारा काम अधूरा और असफल होता रहता है।कोई भी जरूरी काम होते होते अंतिम समय मे असफल हो जाय करता है।जातक काफी परेशान रहता है।उसका स्वभाव भी थोड़ा सामान्य से अलग हो जाता है।उसे रात सपने में सांप दिखाई पड़ते है।
इनकी शांति के लिए शिव पूजन नाग पूजन सर्प सूक्त का पाठ।चांदी का सर्प बनाकर उसका पूजन और दान सर्प मंत्र का प्रयोग इत्यादि है।ज्योतिर्लिंग खास कर त्र्यम्बकेश्वर ज्योतिलिंग स्थान पर इसका वैदिक रीति से शांति किया जाता है।
सर्प दंश से विष उतारने वालो से काल सर्प योग का विष उतारा जाता है।ठीक वैसे जैसे सर्प दंश वाले का उतारा जाता है।
इसके लिए आज आप लोगो को एक स्वयं सिद्ध मंत्र दे रहा हूँ जिसे आप लोगो को सिद्ध करने की जरूरत नही जब भी कोई सर्प दंश का मरीज आपके पास आता है थोड़ा पानी लेकर उस पर 108 बार मंत्र पढ़ कर फुंक दे और वही पानी रोगी को पिला दें।इस से तुरंत वह व्यक्ति सर्प विष से मुक्त हो जाता है।
वैसे ही थोड़े पानी पर इस मन्त्र को पढ़ कर फूँक कर काल सर्प के पीड़ित को यह पानी पिला दें।तुरंत उसका काल सर्प योग समाप्त हो जाता है।अगर नित्य इस मंत्र का जाप किया जाए और उसकापानी काल सर्प योग वाला पिये तो समस्त काल सर्प का दुष्प्रभाव समाप्त हो जाता है।

मंत्र है-

खँ खः 



उपरोक्त सिर्फ 2 अक्षर का मंत्र है।पढ़ कर प्रयोग करके देखें।

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विशेष सुचना

( जो भी मंत्र तंत्र टोटका इत्यादि ब्लॉग में दिए गए है वे केवल सूचनार्थ ही है, अगर साधना करनी है तो वो पूर्ण जानकार गुरु के निर्देशन में ही करने से लाभदायक होंगे, किसी भी नुक्सान हानि के लिए प्रकाशक व लेखक जिम्मेदार नहीं होगा। )